रायपुर– छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र आज से शुरू हो गया है। पहले दिन कार्यमंत्रणा समिति की बैठक आयोजित हुई। छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र के प्रारंभ में, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत, मुख्यमंत्री भूपेश बगेल, उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव, पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह सहित कार्यमंत्रणा समिति के सदस्यों की उपस्थिति दर्ज की गई। इस समय विधानसभा से विधायक रहे स्वर्गीय विद्या रतन भसीन और पूर्व मध्यप्रदेश के कैबिनेट मंत्री स्वर्गीय भानु प्रताप सिंह को भी याद किया गया। इस अवसर पर, सदन के सदस्यों ने भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की, जिनमें नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल, अजय चंद्राकर, मोहन मरकाम, बृजमोहन अग्रवाल, डॉ. कृष्ण मूर्ति बांधी शामिल थे।
पूर्व विधायक विद्या रतन भसीन की याद में मुख्यमंत्री बगेल ने व्यक्त किया कि उन्होंने सदैव आमजन के कल्याण के लिए निस्वार्थ सेवा की है। उनकी असामान्य सरलता और प्राकृतिकता ने हमेशा हमारे दिलों में जगह बनाई रखी है। भसीन ने संघर्षों के बीच भी क्षेत्र की समस्याओं का सामाधान ढूंढ़ने में अग्रणी भूमिका निभाई। उनके व्यवहार और संवाद में सरलता का संकेत मिलता था, और वे गंभीर बीमारी के बावजूद भी संयमित और उदार बने रहते थे। विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने भी भसीन की उच्च मूल्यमानों की प्रशंसा की और उनके निधन को अपूरणीय क्षति बताया।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने स्वर्गीय भानुप्रताप सिंह, रायगढ़ राज परिवार के सदस्य और पूर्व कैबिनेट मंत्री, के निधन पर श्रद्धांजलि व्यक्त की। उन्होंने बताया कि स्वर्गीय श्री भानुप्रताप सिंह छोटे भाई थे श्री राजा चक्रधर सिंह के। भानुप्रताप सिंह ने कला और संस्कृति के क्षेत्र में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उनके सामाजिक कार्य और जनहित के कार्यों की सराहना की जाती है। चक्रधर समारोह के अध्यक्ष के रूप में, उन्होंने रायगढ़ में कलाकारों को आगे बढ़ने और अपनी कला प्रतिभा का प्रदर्शन करने के लिए मंच प्रदान किया। राजनीति, खेल, और कला के क्षेत्र में सक्रिय रहते हुए, वे जनहित से जुड़े मुद्दों के लिए भी कार्य करते रहे।
मानसून सत्र के दौरान सरकार 3 हजार करोड़ रुपये का अनुपूरक बजट पेश करेगी, परंतु अंतिम दिन विपक्ष के अविश्वास का मुकाबला करना होगा। जानकारी के अनुसार, मानसून सत्र में महालेखाकार की रिपोर्ट पेश होने पर हंगामा होने की संभावना है। पहले दिन सदन में भाजपा विधायक विद्यारतन भसीन और अविभाजित मध्यप्रदेश के पूर्व मंत्री भानुप्रताप सिंह को श्रद्धांजलि देने के बाद, सदन की कार्यवाही बुधवार तक स्थगित की जाएगी। इसके बाद, तीन दिनों तक सदन में हंगामे के बीच कार्यवाही जारी रहेगी।
विधानसभा के मानसून सत्र में विधायकों द्वारा 550 सवाल प्रस्तुत किए गए हैं। इन सवालों के जवाब मंत्रिमंडल द्वारा दिए जाएंगे। सत्र में विपक्ष ने सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव की सूचना दी है। इस पर चर्चा 21 जुलाई तक चलेगी, जहां तक हाल की जानकारी मिली है। यह पहली बार नहीं है कि विधानसभा के कार्यकाल में अविश्वास प्रस्ताव लाया जा रहा है, हालांकि, केवल 13 विधायकों की होने के कारण इसकी पारित होने की संभावना काफी कम है। फिर भी, विपक्ष सरकार के कार्यक्षेत्र में चरमरा होने वाली कमियों और अनापत्तियों को सदन में सार्वजनिक करने का मौका प्राप्त करना चाहता है। सरकार की ओर से 2022-23 के लिए मानसून सत्र के दौरान महालेखाकार की रिपोर्ट पेश की जाएगी। इन विधेयकों में निजी विश्वविद्यालय स्थापना, भारतीय स्टाम्प अधिनियम संशोधन विधेयक, छत्तीसगढ़ मंडी शुल्क संशोधन और विधानसभा सदस्यता संशोधन विधेयक शामिल हैं। इनमें लाभ के दो पदों से संबंधित एक संशोधन का प्रस्ताव है, जिसमें राज्य योजना मंडल की जगह पर आयोग स्थापित किया जाने की सिफारिश की गई है।