करंजी गांव में 19 दिन की नवजात बच्ची की हत्या के मामले का रहस्योद्धाटन करते हुए करंजी पुलिस ने आरोपित कलयुगी दादी मृताली विश्वास को गिरफ्तार कर अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने में सफलता हासिल कर ली है। पुलिस ने बताया कि पौत्र की चाहत में आरोपित दादी ने नवजात बच्ची की हत्या करने की मंशा से उसे कुएं में फेंक दिया था।
बता दें कि नवजात बच्ची का पिता आशीष विश्वास पिता पंकज विश्वास निवासी करंजी रायगढ़ स्थित जिंदल प्लांट में काम करता है। उसकी पत्नी अर्पणा ने 13 मार्च को रायगढ़ के मिशन हास्पिटल में बच्ची को जन्म दिया था। उसके बाद वह 24 मार्च को नवजात बच्ची के साथ ग्राम करंजी स्थित अपने ससुराल आई थी। शनिवार को दोपहर मंे वह घ र में बच्ची के साथ सो रही थी। इस दौरान उसके अलावा उसकी सास, दादी सास व चाची सास घर में थी। शाम चार बजे नींद खुलने पर उसने देखा कि उसकी नवजात बच्ची बिस्तर से गायब है। घटना से करंजी गांव में सनसनी फैल गई थी। सूचना मिलते ही एडिशनल एसपी मधुलिका सिंह समेत पुलिस के आला अधिकारी एवं करंजी पुलिस टीम तत्काल मौके पर पहुंच गई थी। खोजबीन के दौरान आशीष विश्वास के घर के बाड़ी स्थित कुएं में ही नवजात बच्ची की लाश मिल गई थी। मामले में करंजी पुलिस ने अज्ञात आरोपित के विरुद्ध धारा 302, 201 के तहत अपराध दर्ज कर जांच की जा रही थी।
ऐसे हुआ मामले का राजफाश-
घटना स्थल पूरी तरह सुरक्षित था। चारदीवारी की ऊंचाई भी पर्याप्त थी। जहां से आसानी से किसी का प्रवेश किया जाना सं भ व नहीं था। प्रथम दृष्टया ही प्रतीत हो रहा था कि हत्या की वारदात में कोई न कोई पारिवारिक सदस्य ही शामिल है। एसपी रामकृष्ण साहू के निर्देश पर सीएससी जेपी भारतेंदु, निरीक्षक अनीता प्रभा मिंज एवं पुलिस टीम द्वारा शंका के आधार पर मृत नवजात बच्ची की दादी मृताली विश्वास से सख्ती से पूछताछ की। पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि पौत्र की चाहत में उसने मौके का फायदा उठाकर हत्या करने की मंशा से नवजात बच्ची को कुएं में फेंक दिया था। हत्या की पुष्टि होने पर करंजी पुलिस ने आरोपित दादी मृताली पति पंकज विश्वास 47 वर्ष को धारा 302, 201 के तहत गिरफ्तार कर सूरजपुर न्यायालय में पेश किया। जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में केंद्रीय जेल अंबिकापुर भेज दिया गया। इस कार्रवाई में सीएसपी जेपी भारतेंदु समेत निरीक्षक अनीता प्रभा मिंज, करंजी चौकी प्रभारी संजय गोस्वामी, एएसआई मनोज द्विवेदी, गुड्डू कुशवाहा, प्रधान आरक्षक पुष्पा रवि, महिला आरक्षक अनीता राजवाड़े, कमला की टीम सक्रिय रही।