जबलपुर: ट्रेन हादसा मामला: इटारसी-जबलपुर के बागरातवा के पास एपी ट्रैक में हुए हादसे के मामले में रेल प्रशासन ने कार्रवाई की। रेलवे ने सिग्नल और टेलीकम्युनिकेशन विभाग के 3 कर्मचारियों को नियमानुसार निकाल दिया है। जांच के बाद पश्चिम मध्य रेल प्रशासन ने प्रमुख सेक्शन इंजीनियर, जूनियर इंजीनियर और टेक्नीशियन को तत्काल निकाल दिया है। जांच में पाया गया है कि इन कर्मचारियों ने सिग्नल और पॉइंट के मरम्मत कार्य के बाद सिग्नल टेस्टिंग नहीं की थी।
22 मार्च को लूप लाइन में पहुँच गई थी मालगाड़ी
रेल हादसा मामला: बता दें कि, 22 मार्च को जबलपुर-इटारसी संबंधी घटना में बागरातवा रेलवे स्टेशन के पास एक मालगाड़ी अकारण दूसरे ट्रैक पर पहुंच गई। इसके बाद जबलपुर मंडल में रेल यातायात ठप हो गया था, जिससे रेलवे में हड़कंप मच गया। इस घटना के बाद इटारसी से जबलपुर के बीच चल रही अप और डाउन लाइन की एक दर्जन ट्रेनों को अलग-अलग स्टेशनों पर रोका गया था। सूचना प्राप्त होते ही रेलवे के सभी अधिकारी पिपरिया, इटारसी से बागरा तवा आए थे और सुधार कार्य करवाए गए थे।
हो सकता था बड़ा हादसा
रेल हादसा मामला: आधारित जानकारी के अनुसार, 22 मार्च को एक कोयले से भरी हुई ट्रेन जबलपुर से इटारसी की ओर अग्रसर थी। शाम करीब 5:20 बजे बागरा तवा रेलवे स्टेशन पर ट्रेन को एप लाइन का सिग्नल दिया गया था। अप लाइन से ट्रेन डाउनलाइन (इटारसी से जबलपुर जाने वाले ट्रैक) पर पहुंच गई। ट्रैक पर एक मालगाड़ी पहुंची थी, और यदि कोई अन्य ट्रेन उसके सामने से आ रही होती तो बड़ी हादसे से बचना मुश्किल होता। इस मामले की जांच पूरी होने के बाद, तीन कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया गया है।