सड़क जाम होने के कारण अन्य प्रांतों से ट्रकों के जरिए आने वाला सामान तय समय पर मंडी नहीं पहुंच पा रहा था। इसके अलावा थोक मंडी से अन्य शहरों के लिए भेजे जाने वाले सामान की आपूर्ति में भी समय लग रहा था। एक अदद सड़क के चलते थोक मंडी में कामकाज प्रभावित हो रहा था। स्मार्ट रोड बनने के बाद व्यापार विहार थोक मंडी की चमक भी बढ़ गई है। सड़क जाम की समस्या से भी मुक्ति मिल गई है। यातायात के सुगम और स्मार्ट साधन मिलते ही व्यापार व्यवसाय भी चमकने लगा है। व्यापारियों के चेहरे की खुशी इस बात को बयान भी कर
यातायात भी हो रहा व्यवस्थित
महाराणा प्रताप चौक से तारबाहर चौक तक यातायात भी अब व्यवस्थित हो गया है। सड़क खराब होने के कारण यहां आए दिन जाम की शिकायत मिलती थी। जरूरी कामकाज के सिलसिले में आने जाने वालों को दिक्कतों का सामना भी करना पड़ रहा था। स्मार्ट रोड बनने के बाद दोपहिया और चारपहिया वाहनों की रफ्तार देखते ही बनती है।
तिफरा में 107 करोड़ 49 लाख स्र्पये की लागत से फ्लाईओवर का निर्माण किया गया है। बिलासपुर रायपुर नेशनल हाइवे पर फ्लाईओवर के बनने से भारी वाहनों की आवाजाही तो सुगम हुआ है साथ ही व्यापार व व्यवसाय ने भी रफ्तार पकड़ा है। यह आर्थिक समृद्धि का प्रतीक भी है। सड़क परिवहन सुदृढ़ होने का मतलब संबंधित शहर और राज्य में व्यवसाय में उन्न्ति के रूप में देखा जाता है। प्लाईओवर के बनने से रायपुर-बिलासपुर के अलावा कोरबा व अंबिकापुर तक आवागमन सुगम हो गया है। दूसरे प्रांतों से सामान लेकर आने वाले भारी वाहनों की आवाजाही भी बढ़ गई है।
जाम से मिली मुक्ति
फ्लाईओवर बन जाने से महाराणा प्रताप चौक और तिफरा छोर में जाम से लोगों को मुक्ति मिल गई है। साथ ही रायपुर को बिलासपुर शहर से जोड़ने वाले इस ब्रिज से शहरवासियों के साथ ही साथ राहगीरों के लिए आवागमन आसान हो गया है। बिलासपुर-रायपुर मार्ग में काफी लंबे समय से तिफरा रेलवे क्रासिंग में व्यवस्थित और चौड़े फ्लाईओवर की जरूरत महसूस की जा रही थी। तिफरा छोर से स्व. जमुना प्रसाद वर्मा कालेज तक 1620 मीटर की लंबाई में तिफरा फ्लाईओवर ब्रिज का निर्माण 107 करोड 49 लाख रुपये की लागत से नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग द्वारा किया गय
पुराना बस स्टैंड में जल्द आकार लेगी मल्टी लेबल कार पार्किंग
10 करोड 89 लाख रुपये की लागत से पुराना बस स्टैंंड में स्वचालित मल्टी लेवल पार्किंग भी जल्द आकार लेगी। इसके बन जाने से सड़कों के किनारे दोपहिया व चारपहिया वाहनों की पार्किंग के कारण ट्रैफिक जाम की समस्या नहीं होगी। सड़कों के किनारे खाली होने से पैदल चलने वाले लोग आराम से आवाजाही कर सकेंगे।