रायपुर। रायपुर सेंट्रल जेल में झमता से तीन गुना अधिक बंदियों की संख्या को देखते हुए जेल प्रशासन ने विशेष सेल और बैरको का निर्माण करने का प्रस्ताव जेल मुख्यालय भेजा है। दरअसल जेल में इन दिनों ईडी की गिरफ्त में आकर आइएएस, आबकारी अफसरों के साथ कई बड़े कारोबारी बंद है।
खास बंदियों की संख्या लगातार बढ़ रही है, इससे सेल और बैरक की कमी हो रही है। ऐसे माहौल में विशेष सेल और बैरक बनाना अत्यावश्यक हो गया है। जेल के अधिकारियों ने बताया है कि हाईप्रोफाइल केस के तहत जेल में भेजे जाने वाले बंदियों और कैदियों के लिए 20 विशेष बैरक तैयार किए गए हैं।
वर्तमान में वहां पर लगभग 15 कैदी और बंदी मौजूद हैं। हाईप्रोफाइल केस के आरोपियों की सुरक्षा में किसी भी प्रकार की लापरवाही की स्थिति में, जेल अधिकारियों पर कारवाई की जा सकती है। विचार करते हुए, कोर्ट इसे देखते हुए जेल प्रशासन को किसी भी प्रकार के जोखिम से बचने की इच्छा रख रहा है। फटकार के बाद, पिछले दिनों में जेल अधिकारियों का तबादला भी किया गया था।
रायपुर सेंट्रल जेल में वर्तमान में करीब 34 सौ बंदी हैं। रायपुर के सेंट्रल जेल के बैरक नंबर दो को वीआइपी सेल के रूप में भी पहचान दी गई है। हाईप्रोफाइल आरोपितों के लिए बैरक नंबर एक से चार आरक्षित किए गए हैं। इन बैरकों में ईडी द्वारा गिरफ्त में लिए गए हाईप्रोफाइल बंदी हैं। इस बैरक की विशेषता है कि यहां आरोपितों को अकेले रहने दिया जाता है और उन्हें सुबह का अखबार भी दिया जाता है।
यही नहीं, यहां अलग-अलग बाथरूम की सुविधा भी है और इस बैरक को आम कैदियों के बैरक से दूर अलगभूत बनाया गया है। राज्य गठन के बाद पहली बार ऐसा हो रहा है कि एक साल में इतनी बड़ी संख्या में हाईप्रोफाइल लोग विभिन्न मामलों में जेल की सीढ़ियों के पीछे हैं। प्रदेश में कोयला और शराब घोटालों के संबंध में ईडी द्वारा सख्त कार्रवाई की जा रही है।
सुरक्षा में चूक होने पर कार्रवाई
हाईप्रोफाइल केस के आरोपितों की सुरक्षा में किसी भी प्रकार की लापरवाही होने पर जेल अधिकारियों पर संकट आ सकता है। वहीं, सुरक्षा में किसी भी प्रकार की चूक होने पर कोर्ट इसे नोटिस ले सकता है। इसके परिणामस्वरूप, विभागीय कार्यकर्ता इसे देखते हुए किसी भी प्रकार का जोखिम नहीं लेना चाह रहे हैं।
कोर्ट ने लगाई थी फटकार
पिछले दिनों, कर्नाटक पुलिस एक मामले की जांच के लिए रायपुर आई थी। उस समय, जेल के अधिकारियों ने सहयोग न करने के कारण कोर्ट द्वारा तंग आकर जेलर को भरपूर फटकार लगाई गई थी। इसके बाद, प्रशासन ने उपेक्षा करने के आरोप में रायपुर जेलर सहित पांच जेल अधिकारियों के तबादले का आदेश जारी किया था।
29 बंदियों को रखने सेल
रायपुर सेंट्रल जेल में हाइप्रोफाइल केस के सजायाफ्ता और विचाराधीन 29 बंदियों को रखने के लिए एक अलग से सेल तैयार की गई है। इसमें प्रत्येक सेल में एक बंदी के लिए व्यवस्था की गई है। यह सेल छोटे-छोटे बैरकों की तरह हैं, जहां शौचालय की सुविधा भी है। साथ ही, नहाने और अन्य दैनिक कार्यों के लिए बाहर सार्वजनिक बाथरूम बनाया गया है। इस सेल का उपयोग केवल हाइप्रोफाइल केस के आरोपित व्यक्तियों के लिए ही होगा।