बिलासपुर के मंगला के अभिषेक विहार में रहने वाली ठेकेदार के घर में चोरी हुई है, और इस मामले में उलझन बढ़ रही है। एक फरार आरोपी को एसीसीयू की टीम द्वारा हिरासत में लिया गया है। युवक के कब्जे में 11 लाख रुपये जब्त किए गए हैं।
इस मामले में पुलिस द्वारा अब तक 50 लाख रुपये से अधिक राशि जब्त की गई है। वहीं, महिला रुपयों को अपना होने से इनकार कर रही है। पुलिस का मानना है कि जब फरार उपसरपंच को गिरफ्तार किया जाएगा, तब मामला स्पष्ट होगा।
मंगला के अभिषेक विहार में निवास करने वाली सरोजनी साहू ने आठ दिन पहले रविवार को चोरी की शिकायत दर्ज कराई है। महिला ने बताया कि वह अपने परिवार के साथ वॉटर पार्क जाने गई थी। उसी समय चोरों ने उसके घर से 20 हजार रुपये और सोने-चांदी के जेवर चुरा लिए। महिला की शिकायत पर पुलिस ने तुरंत जुर्म दर्ज करके पहले तीन आरोपितों को हिरासत में लिया है।
उनके कब्जे से 25 लाख रुपये पाए गए हैं। चोरी के 20 हजार के मामले में इस बड़ी राशि की जब्ती करने पर पुलिस को संदेह हुआ। युवाओं से कठिनाई से पूछताछ की गई। इसमें पता चला कि चोरी का प्लान लखराम की पूर्व सरपंच शिवनारायण साहू और ठेकेदार की बड़ी बहन रुखमणी साहू ने गिधौरी के पूर्व सरपंच शिवनारायण साहू और अपने साथियों के साथ मिलकर बनाया।
उन्होंने इस मामले में जेल जाने के लिए तीन युवकों को एक-एक लाख रुपये देने का प्रलोभन दिया था। मामला सामने आने पर पुलिस ने पूर्व सरपंच समेत सात आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपित के कब्जे से 41 लाख से अधिक रुपये जब्त किए। इसी समय, गिधौरी का पूर्व सरपंच अपने एक साथी के साथ फरार हो गया।
पुलिस की टीम दोनों की खोज कर रही थी। रविवार की रात पुलिस ने गोलू साहू नामक एक आरोपी को जबलपुर में हिरासत में लिया है। आरोपी के कब्जे से 11 लाख रुपये मिले हैं। पुलिस युवक से पूछताछ कर रही है। वहीं, पूर्व सरपंच शिवनारायण अभी तक फरार हैं।