बिलासपुर समाचार: जानिए पूरी कहानी, रतनपुर में लोगों की नाराजगी के पीछे क्या है वजह।
बिलासपुर। भाजपा द्वारा प्रदेश के नगरपालिका रतनपुर के पार्षद और अल्पसंख्यक मोर्चा से जुड़े हकीम मोहम्मद को कठोर निर्णय लेते हुए निलंबित कर दिया गया है। साथ ही, सात दिनों के अंदर जवाब मांगा जा रहा है। भाजपा ने चेतावनी दी है कि सात दिनों के अंदर स्थिति को स्पष्ट नहीं किया जाने पर प्राथमिक सदस्यता रद्द कर दी जाएगी, और पार्टी से निष्कासित किया जाएगा।
रतनपुर में एक मामले में जहाँ लोगों की नाराजगी फूटी थी, उसमें पार्षद हकीम मोहम्मद का सगा चाचा रेप के आरोपी बताया गया है। इसके साथ ही, उस बच्चे का सगा मामा भी है, जिसके खिलाफ यौन शोषण का आरोप लगाया गया था। इसके बाद विधवा महिला के खिलाफ एक रिपोर्ट दर्ज की गई और उसे बिना जांच के सीधे गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया। इस नाराजगी के चलते रविवार को रतनपुर का बंद का आह्वान किया गया था। हालांकि, बाद में हकीम मोहम्मद ने अपनी दुकान खोल दी थी, जिसके कारण विवाद उत्पन्न हुआ था।
क्या है मामला |
रतनपुर क्षेत्र में निवास करने वाले एक 10 साल के बालक के साथ कुकर्म का मामला सामने आया है। पुलिस ने इस मामले की शिकायत पर एक 37 वर्षीय महिला को गिरफ्तार किया है और उसे न्यायालय में पेश किया है।
कोटा के एसडीओपी सिद्धार्थ बघेल ने बताया कि क्षेत्र में रहने वाली एक महिला ने कुकर्म की शिकायत की है। पीड़िता की मां ने बताया कि उनके 10 साल के बेटे ने छुट्टी पर रतनपुर क्षेत्र में रहने वाले रिश्तेदार के घर घूमने का फैसला किया था। बच्चा फल खरीदने के लिए किराना दुकान गया था। इसी दौरान एक 37 वर्षीय महिला ने उसे भटकाकर अपने घर ले गई। उसने बच्चे के साथ अनैतिक कृत्य किया।
बालक के रोने पर महिला ने उसे जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद बालक अपने घर लौट आया। यह घटना उसे सदमे में डाल गई। बाद में महिला अपने बेटे के साथ अपने घर चली गई। वहां पर भी बालक गुमसुम रहा। पूछने पर उसने घटना के बारे में जानकारी दी। इस पर महिला अपने बेटे को लेकर रतनपुर जा पहुंची। वहां पर उसने बालक की पहचान करवाई। बालक महिला को देखकर रोने लगा। पुलिस ने इस शिकायत पर आधारित होकर धारा 377, 506 और पाक्सो एक्ट के तहत जुर्म का मामला दर्ज कर महिला को गिरफ्तार कर लिया है। न्यायालय के आदेशानुसार महिला को जेल में रखा जा रहा है।