रायपुर, छत्तीसगढ़ की राजधानी, में बिजली विभाग में नौकरी के नाम पर एक ठगी का मामला सामने आया है। यहां पति-पत्नी ने एक युवक को नौकरी के लिए धोखा देकर 18 लाख रुपये ठग लिए और फिर फरार हो गए। पुलिस ने नौकरी लगाने का झांसा देकर धोखाधड़ी करने वाले अविनाश सिंह ठाकुर को गिरफ्तार किया है। उसकी सहआरोपी, गरिमा ठाकुर, भी पकड़ी गई है। आरोपी बिजली विभाग में गुढ़ियारी में काम करता है।
आरोपी ने युवक से नौकरी के नाम पर 18 लाख 18 हजार रुपये लिए थे। जब नौकरी नहीं लगी, तो उसकी रिपोर्ट गुढ़ियारी थाने में दर्ज करवाई गई। रिपोर्ट दर्ज होने के बाद, आरोपी फरार हो गया था। टीम को सूचना मिली कि वह अभनपुर में अपने दोस्त के घर छिपा बैठा है। इसके बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया।
गुढ़ियारी थाना पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, अविनाश खड़गे ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है कि अविनाश सिंह ठाकुर की पत्नी गरिमा ठाकुर ने बिजली विभाग में नौकरी निकलने की जानकारी दी। जब पूछा गया कि उसके विभाग में अफसरों से अच्छी संबंध हैं, तो उसने बताया कि सांठ-गांठ उनके विभाग में अच्छी है।
जिसकी मदद से उसकी और उसके भाई की बिजली विभाग के कनिष्ठ यंत्री के पद पर नौकरी लग जाएगी। उसके बदले में दोनों ठग दंपती ने 18 लाख रुपए की मांग की। इसके परिणामस्वरूप, अविनाश सिंह ठाकुर और गरिमा ठाकुर के झांसे में आ गया।
आरोपी ने प्रार्थी एवं उसके भाई को नौकरी दिलाने का झांसा देने के दौरान बिजली विभाग की परीक्षा भी दिलवाई। ठग ने पैसे मिलने पर सफल होने की गारंटी दी। बावजूद इसके, दो बार चयन सूची में नाम आने के बावजूद प्रार्थी और उसके भाई को बिजली विभाग में जूनियर इंजीनियर के पद पर नौकरी नहीं मिली। इस पर प्रार्थी को ठगी का एहसास हुआ।