रायपुर। रायपुर समाचार: रायपुर पुलिस अधीक्षक ने कंट्रोल रूम में मासिक क्राइम बैठक आयोजित की। एसपी संतोष सिंह की जिला में नियुक्ति के बाद यह क्राइम की पहली बैठक थी। इस बैठक में लगभग पांच घंटे से अधिक समय तक चली। एसपी संतोष सिंह ने इस बैठक में जिले के सभी थाना प्रभारियों से एक-से-एक चर्चा करते हुए थाना क्षेत्र के पेंडिंग अपराधों की समीक्षा की।
इस दौरान एसपी ने कई थानों में पांच से सात माह बाद भी घटनाओं में शामिल बदमाशों की गिरफ्तारी नहीं होने पर अपना नाराजगी जताई। उन्होंने तत्काल बदमाशों को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए। साथ ही, उन्होंने पेंडिंग मामलों को जल्द से जल्द संविदानुसार निपटाने के निर्देश दिए।
वहीं विशेष ध्यान दिया गया कांबिंग गश्त और रोड गश्त पर, जिन पर बैठक में फोकस किया गया। साथ ही, महिला संबंधी अपराधों पर भी विशेष ध्यान देने के लिए निर्देश दिए गए। एसपी ने सभी थाना प्रभारियों को अपने-अपने क्षेत्र में बाउंड ओवर की कार्रवाई करने के लिए कहा, ताकि अपराधों पर नियंत्रण बना रहे। इसके अलावा, उन्होंने ऐसे लोगों को पहचानने और उन पर नजर रखने के लिए भी थाना प्रभारियों को निर्देशित किया है।
पीड़ित की तत्काल हो सुनवाई
एसपी ने कहा कि हर थाने-चौकी पर नियुक्त प्रत्येक अधिकारी-कर्मचारी को पीड़ित की बातों-समस्याओं को संयमित होकर ठीक ढंग से सुनने की आवश्यकता है। पीड़ित को इसका सम्मान करना चाहिए। नशा तस्करी को रोकने पर भी ध्यान केंद्रित किया गया है। नशे के तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने और जन सहभागिता से इस अभियान को सफल बनाने के लिए निर्देश दिया गया है।
उन्होंने चेन, पर्स, मोबाइल चोरी जैसी घटनाओं को रोकने के लिए त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने गैंग बनाकर जमीन धोखाधड़ी करने वालों पर कार्रवाई करने का भी आदेश दिया। ट्रैफिक जाम को नियंत्रित करने के लिए सतर्कता बढ़ाने का भी निर्देश दिया गया। गंभीर अपराधों की त्वरित निस्तारण और जांच कर चार्जशीट दाखिल करने के भी निर्देश दिए गए।