भिलाई : युवक की हत्‍या का आठ घंटे में पर्दाफाश, उधार के डेढ़ लाख न लौटाने से नाराज था दोस्‍त, इसलिए साजिश रचकर उतारा मौत के घाट…|

भिलाई अपराध समाचार: 32 बंगला आईजी कार्यालय के सामने झाड़ियों में जिस युवक की लाश मिली थी, पुलिस ने हत्या की गुत्थी सुलझा ली है। आरोपी, मृतक का दोस्त ही है। उसने मृतक को डेढ़ लाख रुपये उधार दिए थे। वह करीब चार महीनों से अपने पैसे वापस मांग रहा था लेकिन, मृतक उसे पैसे वापस नहीं दे रहा था। कुछ दिनों से उसने आरोपी का फोन भी उठाना बंद कर दिया था। जिससे नाराज होकर आरोपी ने उसकी हत्या की योजना बनाकर हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर हत्या की धारा के तहत कार्रवाई की है।

बताया जाता है कि शनिवार को 32 बंगला के सामने झाड़ियों में एक युवक की लाश मिली थी। उसके जेब से इंदिरा मार्केट दुर्ग के साइकिल स्टैंड की पर्चियां मिली थी। जिसके आधार पर उसकी पहचान डिपरा पारा दुर्ग निवासी शेख सलमान (25) के रूप में की गई थी। पत्रकार वार्ता में मामले की जानकारी देते हुए एसपी जितेंद्र शुक्ला ने बताया कि इस हत्याकांड में जयंती नगर दुर्ग निवासी आरोपित आकाश नंदनवार (33) को गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ में आरोपित ने बताया कि उसने शेख शाहरुख को कई टुकड़ों में डेढ़ लाख रुपये उधार दिए थे। जिसे मांगने पर वो उसे वापस नहीं कर रहा था।

मोबाइल बंद कर निकला था आरोपित

एसपी ने बताया कि आरोपित आकाश नंदनवार रायपुर के हथकरघा विभाग में काम करता है। वह शुक्रवार की शाम को काम से छूटा तो अपना मोबाइल रायपुर में ही बंद कर दिया। ताकि घटना स्थल के आसपास उसके मोबाइल का टावर लोकेशन न मिल पाए। वह ट्रेन से दुर्ग पहुंचा और वहां से अपनी बाइक लेकर शेख शाहरुख को खोजने के लिए इंदिरा मार्केट बस स्टैंड पहुंचा। वहां पर शेख शाहरुख नहीं मिला तो उसने मार्केट में एक व्यक्ति का मोबाइल लेकर शेख शाहरुख को फोन किया और उसे पोलसाय पारा आइडीबीआइ बैंक के पास बुलाया।

वहां से आरोपित उसे अपनी बाइक पर बैठाकर बटालियन के सामने की दारू भट्ठी ले गया। वहां पर दोनों ने एक साथ शराब पी। रात के करीब 10 बजे से ज्यादा का समय हो जाने के बाद बाथरूम जाने के बहाने से आरोपित उसे झाड़ियों में ले गया। वहां पर उसने उसे धक्का देकर जमीन पर गिरा दिया और पास ही पड़े सीमेंट के पत्थर से उसकी सिर कुचलकर हत्या कर दी। इसके बाद उसने मृतक के मोबाइल को लिया और सिम निकालकर वहां से अपनी बाइक लेकर घर चला गया। अगले दिन सुबह वह ड्यूटी पर चला गया और रायपुर पहुंचने के बाद फिर से अपना फोन चालू किया। ताकि उसके फोन बंद होने और चालू होने का लोकेशन रायपुर में ही दिखे।

छट्ठी तक के लिए नहीं थे रुपये

आरोपित आकाश नंदनवार ने पुलिस को बताया कि साल भर पहले उसकी शादी हुई थी और पांच फरवरी को उसकी पत्नी ने बच्चे को जन्म दिया। उसके पास अपने बच्चे की छठी मनाने तक के लिए पैसे नहीं थे। इसके अलावा उसने दो फाइनेंस कंपनियों से क्रमश: 70 और 75 हजार रुपये का लोन लिया हुआ था और लोन देने वाली कंपनियां पैसे के लिए उस पर दबाव बना रही थी। मृतक शेख शाहरुख का पुराना आपराधिक रिकार्ड है।

करीब छह साल पहले वह दुष्कर्म के मामले में जेल गया था और जनवरी में उसे आर्म्स एक्ट में जेल भेजा गया था। मृतक के बुरे समय में आरोपित आकाश नंदनवार ने उसकी मदद की थी और रुपये दिए थे। आरोपित ने बताया कि उसे रुपयों की इतनी ज्यादा जरूरत थी कि उसने अपने मोबाइल पर चोरी करने के तरीके और आनलाइन सट्टा खेलने तक की जानकारी सर्च की थी। ताकि वो ये सब कर के रुपयों की व्यवस्था कर सके।

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