नारायणपुर: CM विष्‍णुदेव साय ने तीरंदाजी में आजमाया हाथ, टारगेट पर साधा निशाना…|

नारायणपुर: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साई नारायणपुर जिले में हैं। विष्णुदेव साई ने आज कुम्हारपारा में आयोजित किसान मेला-2024 में शामिल होने का संघर्ष किया। इस दौरान, मुख्यमंत्री ने मेले के प्रमुख कार्यक्रम में शामिल होने से पहले तीरंदाजी के प्रशिक्षार्थियों से मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने प्रशिक्षार्थियों के आग्रह पर अपने हाथों से तीर धनुष लेकर लक्ष्य पर निशाना साधा। उन्होंने तीर से सीधे लक्ष्य के केंद्र पर निशाना लगाया और दीप प्रज्ज्वलित करके कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया।

इस अवसर पर, मुख्यमंत्री साई ने किसान मेला को संबोधित करते हुए कहा, “मुख्यमंत्री का दायित्व संभालने के बाद आज पहली बार नारायणपुर में आगमन हुआ है। यहां आप सभी ने जो आत्मीय स्वागत किया है, उसके लिए मैं हृदय से कृतज्ञ हूँ और आप सभी का बहुत-बहुत आभार एवं अभिनंदन।”

नारायणपुर में बोले सीएम विष्‍णुदेव साय

छत्तीसगढ़ सरकार और रामकृष्ण मिशन के संयुक्त आयोजन में आज दूर-दराज से हमारे किसान भाई आए हैं। मैंने यहां आते हुए देखा कि हमारे किसान भाइयों ने विभिन्न प्रकार की सब्जियां और फल उगाए हैं। आज यहां के लोगों के सामाजिक विकास में रामकृष्ण मिशन की महत्वपूर्ण भूमिका है। आपका जिला बहुत सुंदर है और यहां बसने का मन लगता है।

पहले किसानों को अच्छी कृषि के लिए पैसों की कमी थी, और गांव के साहूकारों से किसान अपने-अपने ब्याजदार पर कर्ज लेने में मजबूर थे। हमारी सरकार ने किसानों के इस समस्या को दूर करने के लिए कृषि ऋण प्रदान करने का कार्य शुरू किया है।

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में किसानों को क्रेडिट कार्ड प्रदान करने की शुरुआत हुई थी। आज, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की किसान हितैषी सोच का लाभ हमारे किसानों को मिल रहा है। 15 साल तक हम प्रदेश में सरकार करते रहे और इस दौरान हमने किसानों के खेतों तक पानी पहुंचाने का कार्य किया।

आज भी हम 21 क्विंटल प्रति एकड़ में धान खरीद रहे हैं। हमने प्रदेश के 12 लाख से अधिक किसानों को दो साल का बकाया बोनस 3716 करोड़ रुपए किसानों को देने का कार्य किया है। छत्तीसगढ़ की जनता से मोदी की गारंटी में हुए हर वादे हम पूरा करेंगे।

हाल ही में हमने कैबिनेट बैठक में महतारी वंदन योजना पर भी मुहर लगा दी है। इस योजना से अब विवाहित माताओं-बहनों को प्रतिवर्ष 12 हजार रुपए सीधे उनके खातों में दिया जाएगा। हमने तेंदूपत्ता संग्रहण दर प्रति बोरा बढ़ाकर अब 5500 रुपए कर दिया है। रामलला दर्शन योजना के तहत हम जल्दी ही छत्तीसगढ़ के श्रद्धालुओं को राम जन्मभूमि अयोध्या के दर्शन के लिए ले जाएंगे।

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