उज्जैन: महाकाल सवारी के दौरान भक्तों पर थूकने का मामला उज्जैन के बाबा महाकाल मंदिर में घटा था। बीते सोमवार को यह घटना सामने आई थी, जिसके बाद सरकार ने कार्रवाई की और काजी के घर को ढहा दिया गया था। अब शहर के काजी ने प्रशासन की कार्रवाई को गलत बताते हुए उस पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा है कि धर्म विशेष को टारगेट कर कार्रवाई की जा रही है।
महाकाल सवारी के दौरान भक्तों पर थूकने के मामले में, शहर के काजी ने आज प्रेस के समक्ष बातचीत की। उन्होंने कहा कि नाबालिगों पर थूकने का आरोप लगाना सरासर गलत है। वीडियो में कहीं नहीं दिख रहा है कि किसी ने थूका है। उन्होंने दावा किया कि पुलिस प्रशासन ने जबरन निर्दोष लोगों का मकान तोड़ा है। उन्होंने एक अलग मामले में पुलिस प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर वीडियो की पेनड्राइव भी दी थी, लेकिन अब तक पुलिस ने उस पर कार्रवाई नहीं की है, जबकि इस झूठे मामले पर तत्काल कार्रवाई कर दी गई है। उन्होंने इसे एक धर्म विशेष को निशाना बनाने का आरोप भी लगाया है।
तीसरे दिन पहले उज्जैन में महाकाल की सवारी के दौरान धर्म विशेष के लोगों ने भक्तों को छत से थूक दिया था। इसके बाद हिंदूवादी संगठन के विरोध के चलते पुलिस ने इस मामले में 3 आरोपी को पकड़ा, जिनमें दो नाबालिग भी शामिल थे। इन आरोपियों के मकान को एक दिन पहले बुलडोजर के साथ जमींदोज कर दिया गया।