नमामि गंगे प्रोजेक्ट में दर्दनाक हादसा
चमोली, उत्तराखंड में बुधवार की सुबह एक बड़ा हादसा घटा है। चमोली बाजार के पास नमामि गंगे प्रोजेक्ट की साइट पर अचानक करंट फैल गया। इस दर्दनाक हादसे में 15 लोगों की जान गई है। कई लोग बुरी तरह झुलस गए हैं। पीपलकोटी चौकी के प्रभारी प्रदीप रावत और होमगार्ड मुकंदीलाल भी इस हादसे में शामिल हैं। चमोली आपदा प्रबंधन अधिकारी नंद किशोर जोशी ने बताया है कि अब तक 15 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है और सात लोग झुलसे हुए हैं। मृतकों की संख्या में आगे भी इजाफा हो सकता है।
जानकारी के अनुसार, चमोली में नमामि गंगे प्रोजेक्ट की साइट पर काम चल रहा है। बुधवार को जिस समय हादसा हुआ, उस वक्त साइट पर 24 लोग मौजूद थे, झुलसे से करीब 15 लोगों की मौत हुई है।
मीटर के तारों से फैला करंट
चमोली के ऊर्जा निगम के अधिशासी अभियंता अमित सक्सेना ने बताया है कि बीती रात को बिजली के तीसरे फेस में ख़राबी हो गई थी। बुधवार को सुबह तीसरे फेस को जोड़ा गया, जिसके बाद सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट परिसर में करंट दौड़ गया। ट्रांसफार्मर से लेकर मीटर तक कहीं एलटी और एसटी के तार नहीं टूटे हैं, मीटर के बाद तारों में करंट दौड़ रहा है।
ऐसे हुआ हादसा
प्रत्यक्षदर्शी ने रिपोर्ट किया है कि रात में इस स्थान पर रहने वाले केयर टेकर को सुबह फोन पर जवाब नहीं मिल रहा था। इसके बाद परिजनों ने साइट पर खोज शुरू की। उन्हें बड़ी चिंता हुई क्योंकि केयर टेकर की मौत का कारण समझ नहीं आ रहा था। सूचना प्राप्त होते ही, कई ग्रामीण भी साइट पर पहुंच गए, जिन्होंने सहायता के लिए साथी थे। जब उन्होंने स्थान पर पहुंचा तो पुलिस ने मामले की जांच शुरू की थी। इस बीच वहां एक और बार करंट फैल गया, जिससे कई लोग ज्यादा आनंद के साथ पहुंच गए।
सीएम धामी ने दिए जांच के आदेश
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने करंट से लोगों की मौत के मामले में मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही अधिकारियों को घटना की विस्तृत और गहन जांच के भी निर्देश दिए। उन्होंने डीएम चमोली से घटना की जानकारी ली।
घायलों को हायर सेंटर भेजने के लिए हेलिकॉप्टर भेजा जाएगा: सीएम
सीएम धामी ने कहा कि घायलों को देहरादून लाया जा रहा है। उनके इलाज में कोई कमी नहीं होगी। उनके लिए हेलिकॉप्टर भेजा गया है। गंभीर रूप से घायल जल संस्थान के जेई संदीप मेहरा और सुशील कुमार को हेलिकॉप्टर से एम्स ऋषिकेश भेजा जा रहा है।