बेमेतरा के बिरनपुर गांव में शनिवार को 2 समुदायों के बीच हुई झड़प में एक युवक की हत्या के मामले में पुलिस ने 11 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पूरे गांव को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। इसके साथ ही जैमर भी लगाया गया है। घटना में कई लोग घायल भी हुए हैं। जिनका इलाज अस्पताल में चल रहा है। इधर घटना के विरोध में विश्व हिंदू परिषद ने 10 अप्रैल को छत्तीसगढ़ बंद का आह्वान किया है। मामला साजा थाना क्षेत्र का है।
गिरफ्तार आरोपियों के नाम निजामुद्दीन खान, रशीद खान, मुख्तार खान, अकबर खान, अब्दुल खान, नवाब खान, अयूब खान, शफीक मोहम्मद, बशीर खान, जलील खान और जनाब खान हैं। तनावपूर्ण हालात को देखते हुए बिरनपुर गांव में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है, ताकि कोई अप्रिय स्थिति न बने। वहीं जिले में धारा 144 लागू है। आसपास के जिलों से भी पुलिस बल को भेजा गया है।
दो समुदाय के बीच हुए विवाद में 10 से ज्यादा लोग घायल हैं।
अब जानिए क्या है पूरा मामला
बेमेतरा जिले के बिरनपुर गांव में शनिवार को 2 स्कूली छात्रों के बीच रास्ते में साइकिल चलाते समय कट मारने को लेकर विवाद हुआ था। इस दौरान एक युवक ने छात्र के हाथ पर कांच की बोतल तोड़ दी। जिसके कारण उसका हाथ फ्रैक्चर हो गया। इस घटना की जानकारी बच्चों के घरों तक पहुंची, तो दोनों पक्षों के लोगों के बीच मारपीट होने लगी। इस बीच दूसरे पक्ष के लोगों ने तलवार से 22 साल के युवक भुनेश्वर साहू की हत्या कर दी थी।
साजा थाने के एसआई बीआर ठाकुर पर भी भीड़ ने हमला कर दिया, उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया है।
सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे साजा थाने के SI बीआर ठाकुर पर भी भीड़ ने हमला कर दिया। कुछ वाहनों को भी आग के हवाले कर दिया गया था। गांव में हालात बेहद तनावपूर्ण थे, जिसे देखते हुए और पुलिस बल यहां भेजा गया। मौके पर एसपी और कलेक्टर पदुम सिंह एल्मा भी पहुंचे थे।
तनावपूर्ण हालात को देखते हुए बिरनपुर गांव में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।
दुर्ग रेंज के आईजी आनंद छाबडा, बेमेतरा के एसपी, कलेक्टर के साथ ही कवर्धा, राजनांदगांव, दुर्ग के पुलिस अधीक्षक भी यहां पहुंचे थे। घटना में 10 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे, जिन्हें इलाज के लिए साजा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है। गंभीर रूप से घायल लोगों को रायपुर रेफर किया गया है।
विवाद के बाद आरोपियों ने कुछ वाहनों को भी आग के हवाले कर दिया था।
पहले भी हो चुका है विवाद
बिरनपुर में कुछ महीने पहले भी दोनों समुदायों के बीच विवाद हो चुका है। दरअसल एक समुदाय की दो-तीन लड़कियों ने दूसरे समुदाय के लड़कों से घर की मर्जी के खिलाफ शादी कर ली थी। तब भी इन दोनों समुदायों के बीच झगड़ा हुआ था। इसके बाद से ही गांव के लोग दो पक्षों में बंट गए। इसके बाद एक समुदाय के पदाधिकारियों ने यहां दूसरे समाज में लड़कियों को शादी से रोकने के लिए जागरूकता अभियान चलाया। इसके बाद तनाव और बढ़ गया। उस वक्त भाजपा, बजरंग दल और हिंदू संगठनों ने भी हिंदू युवती की मुस्लिम युवक से शादी का विरोध किया था।