राजधानी के शासकीय डेंटल कालेज में दांतों में कैप लगाने की सुविधा शुरू हो गई है। दरअसल, यहां तीन महीने से दांतों में कैप लगाने के लिए जरूरी मशीनें पिछले तीन माह से खराब पड़ी हुई हैं। सामान्यत: दांत खराब होने, रूटकेनाल कराने के बाद व अन्य इलाज के दौरान दांत में कृत्रिम कैप लगाए जाते हैं। मश्ाीनें खराब हो जाने से ओपीडी में कैप लगाने के लिए आने वाले मरीजों को लौटा दिया जा रहा है।
लोगों से जुड़ी समस्याओं को देखते हुए नईदुनिया ने पांच अप्रैल को खबर के माध्यम से इस मुद्दे को उठाया था। इसमें शासकीय डेंटल कालेज में दांतों के इलाज को लेकर आ रही समस्याओं को बताया था। इसके बाद कालेज प्रबंधन ने मामले को संज्ञान में लिया।
मशीनें दुरुस्त करा दी गई हंै। सोमवार से सेवाएं पूरी तरह बहाल हो जाएंगी। इससे सैकड़ों मरीजों को राहत मिलेगा। बता दें कि यहां कैप लगाने के लिए 300 से अधिक की वेटिंग हो चुकी है।
बत्तीसी इंप्लांट की भी सेवा जल्द हो शुरू
डेंटल कालेज में इंप्लांट की सुविधा शुरू की गई थी लेकिन इसके लिए जरूरी सामान की कमी के चलते इसे कुछ केस करने के बाद बंद कर दिया गया है। ओपीडी में पहुंचने पर डाक्टर भी अब इलाज छोड़ सेवाएं बंद होने की सलाह ही दे पा रहे हैं। विडंबना है कि छोटी-छोटी सुविधाओं के लिए भी मरीजों को भटकना पड़ रहा है। ऐसे में गरीब मरीजों की लगातार अपील है कि इसमें लगने वाले जरूरी सामान शासन उपलब्ध कराए और बत्तीसी इंप्लांट की सुविधाएं भी पूरी तरह शुरू हो।