हमारे किशोर बच्चों को संभालने की जवाबदारी हम सब की है– श्रद्धा रानी साहू…|

अंडा। शिक्षक कला व साहित्य अकादमी छत्तीसगढ़ के तत्वावधान में शिकसा सम्मान समारोह कार्यक्रम का आयोजन संयोजक डॉ.शिवनारायण देवांगन”आस” के संयोजन में शास. उच्च.माध्य.शाला अंजोरा में किया गया है। जिसमें मुख्य अतिथि अध्यक्ष जनपद पंचायत दुर्ग देवेन्द्र देशमुख, क्षेत्रीय जनपद सदस्य हरेन्द्रदेव घृतलहरे,
सरपंच संगिता साहू, विशेष अतिथि के रुप में श्रीमती श्रद्धा रानी साहू बालक कल्याण समिति सदस्य दुर्ग एवं नई पहल स्टील बर्तन बैंक की संयोजिका भी उपस्थित रहे श्रद्धा साहू ने शिक्षा के कार्यक्रमों का भरपूर प्रशंसा की और उन्होंने शिक्षकों से आग्रह किया कि अपनी प्रकृति और संस्कृति और बच्चों को संभालने का दायित्व माता पिता और शिक्षक का होता है अतः आप सभी से अनुरोध करते हैं कि आप हम सब मिलकर हमारे आज नई पीढ़ी के बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ एक परेड नैतिक शिक्षा का भी आदेश ताकि हमारे आने वाली पीढ़ी सुरक्षित हो सके आज का परिवेश बहुत ही भयावह होता जा रहा है बच्चे मुंह बांधकर सड़कों पर संदिग्ध रूप में घूमते नजर आते हैं और हम किसी भी कारणवश उनके अंदर नैतिकता सभ्यता,मौलिकता का भाव नहीं देते उनके अंदर सड़कों पर हमसे बड़े उम्र के व्यक्ति गुजर रहे हैं इस बात का भी डर नहीं है ना ही कानून का डर है और ना ही समाज का ऐसी स्थिति में श्रद्धा साहू ने आग्रह किया कि हमारे किशोर बच्चों को संभालने की जवाबदारी हम सब की है और साथ-साथ उन्होंने पर्यावरण प्रदूषण पर भी बर्तन बैंक के संबंध में जागरूकता की और साथ-साथ शासकीय स्कूल के शिक्षकों को अन्य संबंधी चुनाव संबंधी कार्य ना दिए जाने के संबंध में मुख्य अतिथि देवेंद्र देशमुख से आग्रह किया कि हम सबको मिलकर इस विषय के ऊपर गंभीर चर्चा करनी चाहिए ताकि हमारे शासकीय शिक्षकों के काम को अनावश्यक बड़ा कर हमारे बच्चों के शिक्षण व्यवस्था को खराब ना किया जाए क्योंकि प्राइवेट स्कूल के रिजल्ट अच्छे आते हैं लोगों का मानना है तो आप देखे कि प्राइवेट स्कूल के टीचरों को पढ़ाई के अलावा और क्या काम दिया जाता है तो इसीलिए हम सरकार से भी गुजारिश है कि हमारे साथ के स्कूलों के शिक्षकों को सिर्फ और सिर्फ शिक्षा के क्षेत्र में काम सौंपे ताकि हमारे बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ ना होश्रीमती श्रद्धा साहू बालक कल्याण समिति दुर्गे की सदस्य होने के नाते समय-समय पर बच्चों के लिए कार्यशाला का आयोजन भी करती है जिससे बच्चे किशोर न्याय अधिनियम 2015 के तहत आने वाले सुरक्षा के उपायों को जन जन तक स्कूलों में पहुंचा पाए और हमारे बच्चे सुरक्षित रहें आज जो स्थिति किशोर बच्चों की है उसमें बहुत ही चिंता चिंता व्यक्त करते हुए सभी से आग्रह की है कि अपने बच्चे स्वयं संभाले इसके लिए कोई सरकार कोई जनप्रतिनिधि या कोई समाज दोषी नहीं है अपना बच्चा स्वयं हमें ही संभालना होगा और वह फिर आगे चलकर एक अच्छा समाज का निर्माण करेगा। आज हम सब कितने भी शिक्षित हो जाए और आर्थिक रूप से उन्नति कर ले पर बच्चों के क्षेत्र में हम अभी भी पीछे हैं हमें बच्चों के क्षेत्र में हम सबको मिलकर एक अच्छा कदम उठाना चाहिए , और मोबाइल का उपयोग कम से कम करने की सलाह दी। आज के बच्चों में नैतिकता मौजूदा सभ्यता सब की कमी नजर आती है क्योंकि बाल कल्याण समिति के सदस्य होने के नाते थाने से और चाइल्डलाइन से बच्चों प्रकरण आता है, जब बच्चों की काउंसलिंग की जाती है तो पाते हैं कि बच्चों की वह सारी पर मानसी की स्थिति स्ट्रांग है बच्चे को खुफिया शर्मा की स्थिति के होते हैं और इसका कारण बच्चे नहीं बल्कि हम माता-पिता की कमी के कारण इन सब परिस्थितियों का सामना करना पड़ रहा है जिसकी दुर्दशा देख पहुंची हताशा महसूस होती है। मातृभाषा की महत्ता को विशेष रूप से उजागर करने की भी कोशिश की गई , अपने सभी शिक्षण को हिंदी माध्यम में होने और शासकीय स्कूल में शिक्षा प्राप्त करने को अपना अभिमान बताया। विशेष जरूरतमंद एक-एक संरक्षण वाले बच्चों के लिए महिला बाल विकास की तरफ से स्पॉन्सर से फास्टर केयर आदि से लाभान्वित कर मुख्यधारा से बच्चों को जोड़ने की प्रक्रिया के बारे में भी जानकारी दी, उनके इस जागरूकता अभियान से शिक्षा परिवार बधाई एवं शुभकामनाएं दी।

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