त्रिपुरा रथ यात्रा दुःखद घटना: भगवान जगन्नाथ के रथ पर दौड़ रहा था करंट, चपेट में आते ही 10 से ज्यादा लोगों की मौत…|

अगरतला: त्रिपुरा रथ यात्रा हादसा – त्रिपुरा के उनाकोटि जिले में बुधवार को हाईटेंशन तार के संपर्क में आने के बाद एक रथ में आग लगने से 10 से अधिक व्यक्तियों के साथ-साथ दो बच्चों की मौत हो गई और 16 अन्य घायल हो गए। यह जानकारी पुलिस द्वारा दी गई। पुलिस ने बताया कि यह घटना इस्कॉन द्वारा आयोजित भगवान जगन्नाथ के ‘उल्टा रथ यात्रा’ उत्सव के दौरान कुमारघाट इलाके में शाम करीब साढ़े चार बजे हुई। इस उत्सव के दौरान, भगवान बलभद्र, देवी सुभद्रा और भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा के एक सप्ताह के बाद अपने मुख्य मंदिर लौटते हैं।

त्रिपुरा रथ यात्रा हादसा: पुलिस द्वारा बताया गया कि लोहे से बने रथ को हजारों लोगों ने खींचा था, और इसी दौरान वह 133 केवी (किलो वोल्ट) के केबल से संपर्क में आ गया। पुलिस ने बताया कि रथ के अंगों में तुरंत ही आग लग गई और इससे लोग भी प्रभावित हुए और सड़क पर गिर गए। पुलिस द्वारा बताया गया कि दमकल कर्मी मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित किया।

सहायक महानिरीक्षक (कानून एवं व्यवस्था) ज्योतिषमान दास चौधरी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि इस घटना में छह लोगों की मौत हो गई, जबकि एक व्यक्ति की मौत अस्पताल ले जाते समय हुई। पुलिस द्वारा बताया गया कि मृतकों में दो बच्चे और तीन महिलाएं शामिल हैं। पुलिस ने बताया कि घायलों को कैलाशहर और कुमारघाट अस्पतालों में ले जाया गया है, और बाद में कुछ लोगों की हालत गंभीर होने के कारण उन्हें अगरतला के जीबी पंत अस्पताल भेज दिया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना को दुखद माना है।

प्रधानमंत्री कार्यालय ने अपने नाम से एक ट्वीट करके कहा, “कुमारघाट में उल्टा रथ यात्रा के दौरान हादसा दुखद है। इस हादसे में अपने प्रियजनों को खोने वाले लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूँ। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूँ। स्थानीय प्रशासन प्रभावित लोगों को हरसंभव मदद दे रहा है।” उन्होंने प्रत्येक मृतक के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री माणिक साहा ने स्थिति का जायजा लेने के लिए कुमारघाट में पहुंचे, जो अगरतला से लगभग 120 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।

राज्य के मंत्री टिंकू रॉय के साथ साहा ने कुमारघाट अस्पताल का निरीक्षण किया और घायलों का हाल-चाल पूछा तथा उन्हें हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा, “कुमारघाट में एक दुखद दुर्घटना में, ‘उल्टा रथ’ खींचते समय करंट लगने से कई श्रद्धालुओं की जान चली गई और कई अन्य घायल हो गए। मैं इस घटना से बहुत दुखी हूं। शोक संतप्त परिवार के प्रति गहरी संवेदना। साथ ही, मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। राज्य सरकार इस मुश्किल समय में उनके साथ खड़ी है।”

ऊर्जा मंत्री रतन लाल नाथ ने कहा कि उन्होंने त्रिपुरा राज्य विद्युत निगम लिमिटेड को घटना की जांच करने और तुरंत रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है। विपक्ष के नेता, टिपरा मोथा के अनिमेष देबबर्मा ने उन लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की, जिसके कारण यह दुर्घटना हुई। उन्होंने आरोप लगाया, “ऐसा प्रतीत होता है कि यह घटना स्थानीय प्रशासन की सतर्कता की कमी के कारण हुई।” कांग्रेस तथा मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने भी मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की हैं। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रदेश इकाई ने बृहस्पतिवार को अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए और कहा कि उसके अध्यक्ष राजीव भट्टाचार्य प्रभावित इलाके का दौरा करेंगे।

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