शाला प्रवेश उत्सव कार्यक्रम में शामिल हुए सीएम भूपेश बघेल, तिलक लगाकर किया बच्चों का स्वागत, 4318 बालवाड़ियों का किया शुभारंभ….

रायपुर: छत्तीसगढ़ में शाला प्रवेश उत्सव: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज जेएन पांडेय शासकीय उत्कृष्ट हिन्दी विद्यालय में मां सरस्वती की पूजा कर राज्य स्तरीय शाला प्रवेशोत्सव सत्र 2023-24 का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने छात्रों, शिक्षक-शिक्षिकाओं, प्राचार्यों और माता-पिता को नए शिक्षा सत्र की शुरुआत और शाला प्रवेशोत्सव की बधाई दी।

सीएम बघेल ने तिलक लगाकर किया बच्चों का स्वागत

छत्तीसगढ़ में शाला प्रवेश उत्सव: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छात्रों को तिलक लगाकर, मिठाई खिलाकर और माला पहनाकर शाला में प्रवेश कराया। उसके साथ ही मुख्यमंत्री ने अपने हाथों से स्कूली बच्चों को वितरित किया। इस दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बालवाड़ी योजना के दूसरे चरण में 4318 बालवाड़ियों का शुभारंभ किया। इससे पहले चरण में प्रदेश में 5173 बालवाड़ी खुले थे।

इस मौके पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि सभी शिक्षक-शिक्षिकाएं नए शिक्षा सत्र की शुरुआत, शाला प्रवेशोत्सव को सार्थक बनाने के साथ नई ऊर्जा और नए संकल्प के साथ शिक्षा के कार्य में पूरी तरह समर्पित होंगे। हम सब मिलकर छत्तीसगढ़ को शिक्षित बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। पिछले वर्ष राज्य में 5173 बालवाड़ियां शुरू की गई थीं, इस वर्ष 4318 बालवाड़ियां खोली गई हैं और अब इनकी संख्या 9491 हो जाएगी।

नन्हें-मुन्ने बच्चों का करें स्वागत और अभिनंदन

छत्तीसगढ़ में शाला प्रवेश उत्सव: मुख्यमंत्री ने अपने शुभकामना संदेश में कहा है कि प्रदेश के सभी स्कूलों में प्रवेशोत्सव मनाकर छोटे-छोटे बच्चों का स्वागत और अभिनंदन किया जाए। मुख्यमंत्री ने सभी जनप्रतिनिधियों और आमजनों से अनुरोध किया है कि शाला प्रवेश के दिन अपने नजदीकी विद्यालय में जाकर बच्चों का मनोबल बढ़ाएं और समय-समय पर स्कूल जाकर शिक्षकों के साथ शिक्षा व्यवस्था की गुणवत्ता को सुधारने में लगातार सहयोग भी करें।

इस वर्ष, स्कूलों के खुलते ही बच्चों को मुफ्त पाठ्य पुस्तकें, गणवेश और अन्य आवश्यकताओं की व्यवस्था की गई है, और कक्षा नवमी में प्रवेश लेने वाली छात्राओं को मुफ्त साइकिलें प्रदान की जा रही हैं। नए शिक्षा सत्र के साथ ही, हमें शिक्षा की गुणवत्ता में जन-जन का रुझान बढ़ाने का मौका मिल रहा है। हमारा संकल्प है कि सभी व्यवस्थाएं स्कूल खुलने के पहले ही दिन से प्रदेश में उत्कृष्ट शिक्षा के लिए एक उचित वातावरण सुनिश्चित करें।

20 भाषा-बोलियों में द्वि-भाषीय पुस्तकें तैयार

छत्तीसगढ़ में शाला प्रवेश उत्सव: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने स्पष्ट किया है कि प्रदेश में स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय योजना के अंतर्गत 377 अंग्रेजी माध्यम और 350 हिंदी माध्यम के विद्यालय शुरू किए गए हैं। ये विद्यालय न केवल निजी स्कूलों से प्रतिस्पर्धी हैं, बल्कि उनकी प्रसिद्धि भी बेहतर है। हमारी सरकार ने बच्चों को अंग्रेजी भाषा की शिक्षा देने पर विशेष महत्व दिया है, ताकि वे वैश्विक प्रतिस्पर्धा में पूरे आत्मविश्वास के साथ सफल हो सकें। साथ ही, हमने बच्चों की शिक्षा को स्थानीय भाषाओं में भी प्रदान करने की व्यवस्था की है। प्रदेश में 20 भाषाओं में द्विभाषी पुस्तकें तैयार की गई हैं, जिससे छत्तीसगढ़ में रहने वाले बच्चों को अपनी मातृभाषा में पढ़ाई करने का अवसर मिल सके।

29 हजार 284 स्कूल भवनों की मरम्मत के लिए राशि स्वीकृत

छत्तीसगढ़ में शाला प्रवेश उत्सव: सीएम बघेल ने बताया है कि पिछले कई वर्षों से स्कूल भवनों की मरम्मत और रंग-रोगन का काम नहीं हो पाया था। कई स्कूल भवन बहुत ही डिलापिडेटेड हो चुके थे। हमारी सरकार ने इन सभी स्कूल भवनों की मरम्मत करने और सुंदरता से सजाने का संकल्प भी लिया है। ‘मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना’ के अंतर्गत, लगभग 29,284 स्कूल भवनों की मरम्मत के लिए लगभग 2,000 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page