बालासोर में हुए भीषड़ रेल हादसे की केंद्रीय एजेंसी सीबीआई द्वारा जांच की जा रही है। ब्यूरो के रडार पर आमिर खान का पता चला है। आमिर रेलवे में जूनियर इंजीनियर के पद पर हैं और सिग्नल यूनिट में कार्यरत हैं। चर्चा इस बात पर हो रही है कि दुर्घटना के बाद से आमिर फरार हैं। इस दौरान, इस मामले में नक्सली भी शामिल हो गए हैं। नक्सली केंद्रीय समिति द्वारा इस दुर्घटना के संबंध में एक लिखित बयान जारी किया गया है, जिसमें नक्सलियों द्वारा दुर्घटना को साजिश का आरोप लगाया गया है।
बालासोर में इस महीने ही तीन ट्रेनों की टक्कर में लगभग 290 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। सैकड़ों लोग घायल हो गए हैं। घटना की गंभीरता को देखते हुए केंद्र सरकार ने इसकी जांच की जिम्मेदारी सीबीआई को सौंपी है। सूत्रों के मुताबिक, जांच के दौरान यह बात सामने आई है कि दुर्घटना का कारण सिग्नल सिस्टम की खराबी है। इसके साथ ही मानवीय चूक का भी जिक्र किया जा रहा है। सीबीआई बालासोर की जांच में रेलवे के अधिकारियों और कर्मचारियों से संबंधित रेलवे सिग्नल सिस्टम के पास जुड़े अफसरों के साथ जांचार्ही कर रही है।
जानिए नक्सलियों ने दुर्घटना को किसी साजिश बताया
नक्सलियों की केंद्रीय कमेटी द्वारा प्रवक्ता अभय के नाम से जारी लिखित बयान में इस रेल दुर्घटना को साजिश बताया गया है। नक्सली प्रवक्ता ने बयान में कहा है कि यह रेलवे के निजीकरण की सरकारी साजिश है। उन्होंने अपने बयान में दावा किया है कि केंद्र सरकार कुछ औद्योगिक घरानों को लाभ पहुंचाने की कोशिश कर रही है और इसके लिए जनता के हितों की अनदेखी भी कर रही है।
आमिर खान की फरारी को लेकर रेलवे की तरफ से आया बयान
इस बीच चर्चा हो रही है कि हादसे के बाद से सिग्नल विभाग में कार्यरत जूनियर इंजीनियर आमिर खान फरार हो गए हैं। सीबीआई ने उनके किराएदारी वाले घर को सील कर दिया है। इस मामले में रेलवे ने किसी भी कर्मचारी के फरार होने का इंकार किया है। दक्षिण पूर्व रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी आदित्य कुमार चौधरी ने एक बयान जारी करके किसी भी कर्मचारी के फरार होने की खबरों का खंडन किया। उन्होंने बताया कि रेलवे का पूरा स्टाफ मौजूद है और पूछताछ के लिए उपलब्ध है।