मतांतरितों को अनुसूचित जनजाति (एसटी) वर्ग से बाहर निकालने की मांग की गई है। इस मुद्दे पर जनजाति सुरक्षा मंच ने राजधानी के स्वदेशी भवन में आयोजित पत्रकारवार्ता में बयान दिया। यह मंच आदिवासी समाज के हितों की रक्षा करता है। मतांतरित लोग अभी भी आरक्षण का लाभ उठा रहे हैं, इसलिए उन्हें एसटी वर्ग की सुविधाओं से वंचित किया जाना चाहिए।
जनजाति सुरक्षा मंच के राष्ट्रीय संयोजक गणेशराम भगत ने आरोप लगाया है कि प्रदेश में आदिवासियों को लालच देकर, उनके साथ मारपीट कर या डरा-धमकाकर मतांतरित किया जा रहा है। इस मुद्दे को संसद में उठाने की मांग भी की गई है। मतांतरण पूरे देश में हो रहा है, लेकिन सरकारें इसे रोकने में विफल रही हैं।
इस मुद्दे पर रायपुर के वीआइपी रोड स्थित श्रीराम मंदिर के सामने 16 अप्रैल को जनजाति समाज एकजुट होकर भव्य रैली निकालेगा।