आरोपियों की सोची समझी प्लानिंग लैलूंगा पुलिस की मर्ग जांच में धरी की धरी रह गई । मर्ग जांच में पुलिस ने जब्त विसरा का रासायनिक परीक्षण कराया जिसकी रिपोर्ट में मृतक को जहरीला पदार्थ पिलाए जाने से मौत होना स्पष्ट हुआ।
रायगढ़
में मामूली विवाद पर पहले तो युवक की पिटाई की गई, इसके बाद घायल युवक के घर जाकर उसे दवा के बहाने सिरप में कीटनाशक मिलाकर दिया गया, जिसके कारण युवक की मौत हो गई।
थाना लैलूंगा क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम गुनु में गत 5 अक्तूबर को गांव के चार युवकों ने मिलकर मामूली झगड़ा विवाद में छिंदखोल गुनु बस्ती के शेखर सिदार उम्र 26 साल को हाथ मुक्का, डंडे से पिटाई की। इसके बाद वह लोग शेखर को मरा हुआ समझकर बस्ती की गली में छोड़कर भाग गए।
आरोपियों को जब शेखर सिदार के जीवित होने का पता चला तो आरोपियों में से एक युवक शेखर के घर गया और उसके घरवालों को शेखर को ठीक होने के लिए दवा (सिरप) पिलाने के बहाने कीटनाशक पिलाकर आ गया।
आरोपियों की सोची समझी प्लानिंग लैलूंगा पुलिस की मर्ग जांच में धरी की धरी रह गई । मर्ग जांच में पुलिस ने जब्त विसरा का रासायनिक परीक्षण कराया जिसकी रिपोर्ट में मृतक को जहरीला पदार्थ पिलाए जाने से मौत होना स्पष्ट हुआ।
जांच में पता चला कि जलंधर यादव, राम राठिया, गोपाल यादव, देवप्रसाद राठिया के द्वारा मारपीट की गई थी। घायल शेखर सिदार को जब उसके घरवाले उठाकर लाये तो देवप्रसाद राठिया ने शेखर के घर जाकर देखा तो शेखर बेहोश था।
देव प्रसाद ने शेखर के माता पिता, पत्नी को लारीपानी से टानिक लाकर पिला देता हूं बोलकर उनके घर से गया और कुछ समय बाद शेखर के घर वापस आकर कोई जहरीली पदार्थ शेखर को पिला दिया ।
जांच के बाद आरोपी जलंधर यादव, राम राठिया, देव प्रसाद राठिया, गोपाल यादव के विरूद्ध अपराध धारा 302, 328,120 बी, 34 भादवि का अपराध दर्ज कर पंजीबद्ध कर आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दिय गया जिसमें आरोपी जालंधर यादव उर्फ टंकाधर यादव और राम राठिया को पुलिस हिरासत में लिया गया है । अन्य आरोपी फरार हैं।