खड़गवां चिरीमिरी, विधायक के भाई की क्रेशर मशीन में ऑपरेटर की मौत हो गई है।

मनेंद्रगढ़ – खड़गवां चिरीमिरी, विधायक के भाई की क्रेशर मशीन में ऑपरेटर की मौत हो गई है। में घटित हुआ एक दर्दनाक मौत का मामला है, जहां क्रेशर की जॉब प्लेट में खराबी के कारण ऑपरेटर की मौत हो गई है। इस मामले को दबाने के प्रयास को सुबह 6 बजे ही आनन-फानन में किया गया था, जबकि प्रधानमंत्री की यात्रा रात में हुई थी। यह घटना सुबह तक रफा-दफा करने के प्रयास के बावजूद, क्रेशर संचालक पर 304 का मामला 4 दिन बाद भी पंजीबद्ध पुलिस जांच की बात कहकर नहीं हो पाया है। मामले को क्यों टाल रही है, यह सवाल उठ रहा है।

क्या विधायक के प्रभाव पर काम कर रही पुलिस

खड़गवां चिरीमिरी! 15 जून 2023 को मनेंद्रगढ़ में घटित हुआ एक दर्दनाक मौत का मामला है। इस मामले में मनेंद्रगढ़ विधायक डॉ. विनय जायसवाल के भाई, विनोद जायसवाल, के क्रशर में रविवार शाम को मशीन में फंसने से क्रेशर ऑपरेटर की दर्दनाक मौत हो गई। पुलिस ने इस मामले को मर्ग कायम करके विवेचना में लिया है।

जानकारी के अनुसार, मनेंद्रगढ़ विधायक के भाई विनोद जायसवाल के नाम से ब्लॉक मुख्यालय खड़गवां में एक क्रेशर संचालित है। इस क्रेशर में, राजू (जिसे आनंद सिंह के नाम से भी जाना जाता है), पिता स्व. देवी प्रसाद (30 वर्षीय), नागपानी के निवासी, क्रेशर ऑपरेटर की पदस्थापना करता था। घटना का समय रविवार शाम के आसपास 4-5 बजे के बीच था, जब क्रेशर चलाते समय एक पत्थर फंस गया था। इसी के बीच, अचानक बिजली भी गुल हो गई थी, जिससे ऑपरेटर पत्थर को निकालने के लिए क्रेशर में उलझे हुए थे। इसी बीच अचानक बिजली वापस आ गई और क्रेशर मशीन चलनी शुरू हो गई।

इसके परिणामस्वरूप, ऑपरेटर क्रशर मशीन के बेल्ट में फंसकर सीधे जॉब प्लेट में पिस गया, जिसके कारण ऑपरेटर की मौत उनकी ही क्रशर मशीन में हो गई। इस मामले में खड़गवां पुलिस ने मर्ग कायम करके विवेचना में लिया है।

क्रेशर मशीन में दबकर हुई मौत के मामले में चार दिन बीत जाने के बावजूद, क्रेशर संचालक के खिलाफ पुलिस द्वारा मामला दर्ज नहीं किया गया है। यह घटना खड़गवां पुलिस स्टेशन क्षेत्र में हुई है और पुलिस वर्तमान में जांच कर रही है, हालांकि, मामले को मृत्यु से जुड़ा होने के कारण प्राथमिकता में दर्ज किया जाना चाहिए था।

क्या विधायक का भाई होना किसी अपराध से बचने के लिए काफी होता है?

इसलिए, जहां घटी घटना है, वहाँ एक विधायक के क्रेशर मशीन है। इसलिए पुलिस को मामले को पंजीबद्ध करने से बचना पड़ रहा है। यह घटना खड़गवां के उसी क्रेशर में हुई है जिसे मनेंद्रगढ़ विधायक के भाई का है। इसलिए पुलिस को मामले में प्राथमिकता दर्ज करने से बच रही है ऐसा माना जा रहा है। वर्ना, अगर इस घटना किसी अन्य क्रेशर के साथ होती, तो पुलिस की कार्रवाई पहले ही हो चुकी होती और मामला पंजीकृत हो चुका होता। किसी भी तरह की ढील पुलिस अन्य मामलों में नहीं दिखाती।

मामले में सवाल यह भी उठता है कि क्या केवल विधायक के भाई होना ही काफी है जो किसी कानूनी मामले से बचने के लिए दोषमुक्त रह सकता है, जैसे कि जांच और प्राथमिकता की कार्रवाई के बिना। खड़गवा मामले में यही दिख रहा है। विधायक के भाई पर और उनके क्रेशर के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हुई है, जबकि इस लापरवाही की वजह से एक जान चली गई।

विजय सिंह, प्रभारी थाना खड़गवां, इनकी बातें हैं कि यह घटना रविवार शाम 5-6 बजे की हुई है। संचालक विनोद जायसवाल के क्रेशर मशीन में फंसने से ऑपरेटर की मौत हो गई है। इस मामले में मर्ग कायम कर विवेचना की जा रही है।

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