अब बस्तर के रास्ते 22 जून तक भी मॉनसून की प्रवेश की संभावना हो सकती है।
दक्षिण पश्चिम मानसून ने केरल के तटों पर एक सप्ताह की देरी से दस्तक दे दी है। छत्तीसगढ़ में भी इस बार मानसून के पहुंचने में 12 से 15 दिनों का समय लग सकता है, हालांकि अच्छी बात ये है कि इस बार मानसून की प्रवेश के बाद अच्छी बारिश के आसार जताए जा रहे हैं।
मौसम विभाग के अनुसार, 22 जून को दक्षिण छत्तीसगढ़, अर्थात बस्तर क्षेत्र में मानसून की एंट्री हो सकती है। इसके अलावा, 24 जून तक रायपुर तक पहुंचने की संभावना है। सामान्य रूप से भारत में दक्षिण पश्चिम मानसून 1 जून को पहुंचता है और 8 से 16 जून के बीच बस्तर क्षेत्र में मानसून की पहुंच होती है। इस बार केरल में इसकी पहुंच में 8 दिन की देरी हुई है। इसलिए बस्तर और रायपुर तक पहुंचने में समय लगेगा, लेकिन 30 जून तक पूरे प्रदेश में मानसून सक्रिय हो जाएगा।
मौसम विशेषज्ञ एचपी चंद्रा के अनुसार, छत्तीसगढ़ में मॉनसून की दस्तक के लिए अभी तक इंतजार करना होगा। यदि हम 8 दिन की देरी के आधार पर देखें, तो बस्तर क्षेत्र में 21 जून तक मॉनसून के पहुंचने की संभावना है। चंद्रा ने बताया कि केरल में मॉनसून की दस्तक पहले ही हो चुकी है और आगामी दिनों में छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश हो सकती है, हालांकि यह प्री-मॉनसून के चिह्न होंगे।
आज कैसा रहेगा मौसम
मौसम विशेषज्ञ एचपी चंद्रा ने बताया है कि एक ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण उत्तर तटीय आंध्र प्रदेश के ऊपर स्थित है। अरब सागर में स्थित साइक्लोन के कारण निम्न स्तर पर हल्की नमी भी दिख रही है। इसके कारण प्रदेश में हल्के बादलों की संभावना है। आज, 9 जून को प्रदेश के दक्षिणी भाग में एक-दो जगहों पर हल्की वर्षा हो सकती है या गरज-चमक के साथ छींटे गिर सकते हैं। तापमान में थोड़ी सी बढ़ोत्तरी हो सकती है, लेकिन कोई विशेष परिवर्तन की संभावना नहीं है।