ग्रामीण पशुपालक किसानों से गोबर खरीदने के बजाय डेयरी व्यापारियों से खरीद रही है गोबर -हर्षा चंद्राकर

जिला पंचायत सदस्य ने किया तर्रा गौठान का निरीक्षण

भारतीय जनता पार्टी प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर पूरे छत्तीसगढ़ के समस्त मंडल के अंतर्गत गौठानों का निरीक्षण करने “चलबो गौठान खोलबो पोल” के तहत 20 मई से भ्रष्ट कांग्रेस सरकार के कारनामा को जनता के बीच उजागर करने का अभियान किया जा रहा है। जिसके अंतर्गत भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश कार्यसमिति सदस्य एव जिला पंचायत दुर्ग के सदस्य श्रीमती हर्षा चंद्राकर ने उत्तर मंडल पाटन के वरिष्ठ भाजपाइयों के साथ आज ग्राम तर्रा के गौठान का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दरम्यान काम कर रहे समूह की महिलाओं से बातचीत करने से पता चला कि गौठान में महीनों से गौमाता नही है, तथा स्थानीय स्तर पर गोबर खरीदी नही होने से वर्मी कम्पोस्ट बनाने के लिए गोबर की खरीदी जनपद सीईओ के कहने पर उतई के डेयरी संचालको से 6 ट्रेक्टर गोबर खरीद कर लाया गया था जिससे यहां वर्मी कम्पोस्ट बनाया जा रहा है।

         श्रीमती चंद्राकर ने आरोप लगाया है कि प्रदेश की भुपेश सरकार हर महीने पशुपालक किसानों के खाते में गोबर खरीदी का पैसा डालकर वाहवाही लूटे जा रहा है आये दिन यह समाचार छपवाया जाता है कि फलाना पशुपालक द्वारा गोबर बेचकर हीरो होंडा खरीदा गया, स्कूटी खरीदा गया, जमीन खरीदा गया, पुराना कर्ज चुकाया गया ऐसी ही विभिन्न प्रकार से सरकार की तारीफ किया जाता है परंतु आज मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र के ग्राम तर्रा गौठान में जाने से पता चला कि गोबर स्थानीय पशुपालक किसानों से नही बल्कि बाहरी डेयरी फार्म से खरीदा जाता है, शासन प्रशासन बताये की क्या गोबर ट्रेक्टर में खरीदने का प्रावधान है अगर है तो मुख्यमंत्री किलो में ही पैसा क्यो देते है अगर किलो में खरीदना है तो बताये की एक ट्रेक्टर में कितना किलो गोबर आया इस हिसाब से 6 ट्रेक्टर गोबर कितने किलो हुआ, इसका पैसा क्या मुख्यमंत्री ने किलो के हिसाब से किसी पशुपालक किसानों के नाम से किया, डेयरी संचालक के नाम से किया गया, महिला समूह को किया गया अगर शासन से भुगतान नही हुआ तो क्या गौठान समिति ने किया कि जनपद पंचायत पाटन ने किया ये भ्रष्टाचार का विषय है इस पर जांच होनी चाहिए और संबंधित दोषियों के खिलाफ कार्यवाही होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि तीन साल पूर्व जब गौठान में वर्मी कम्पोस्ट का निर्माण शुरू किया गया तब पहला वर्मी (केंचुवा) लगभग 2 किलो हमने अपने घर से मुफ्त में दिया था परंतु बातचीत करने पर पता चला कि जनपद के तत्कालीन सीईओ द्वारा 40 किलो वर्मी भेजा गया जिसकी कीमत 400/प्रति किलो के हिसाब से  लगभग 16000 रु का पंचायत में बिल भेज गया जिसका भुगतान पंचायत द्वारा किया गया। सुनने में आया है कि उस समय मे और भी कई गौठानो में ऐसी वर्मी भेजा गया था और पंचायतों से भुगतान करवाया गया था जो कि जांच का विषय है इसमें बड़ी भ्रष्टाचार की बू आ रही है।
         उन्होंने आगे कहा कि मुख्यमंत्री भुपेश बघेल का ये कहना कि भाजपाई गौठनो में गाय नही बल्कि वोट खोजने जा रहे है तो मुख्यमंत्री जी आपको बता दे कि भाजपा गौठानो में वोट नही बल्कि आपके लोगो द्वारा किये जा रहे काले कारनामो को उजागर करने जा रहे है, आपके सरकार के द्वारा जो भ्रष्टाचार की जा रही है उसकी परते उखाड़ने जा रहे है, आपके भ्रष्टाचार से जनता तो जनता गौ माता भी तकलीफ में है, पांच माह बाद चुनाव में जनता तो जनता जब गौमाता लटारा मारेगी तो तय है 10 सीट के अंदर सिमट जाओगे।
         साथ मे प्रमुख रूप से लोकमनी चंद्राकर अध्यक्ष उत्तर मंडल पाटन, कैलाश यादव, उत्तरा सोनवानी, द्वय महामंत्री उत्तर मंडल, सुरेंद्र साहू प्रशिक्षण प्रमुख प्रदेश भाजयुमो, धर्मेंद्र कौशिक मंडल मंत्री,  मनहरण सिंगोर संयोजक शक्तिकेन्द्र सांकरा,  गजेंद्र मढरिया मंडल उपाध्यक्ष, विनोद चंद्राकर संयोजक, युवराज साहू संयोजक, कोमल वर्मा संयोजक, उत्तम बंजारे सहसंयोजक यमन कुमार मढरिया सह संयोजक, शिवकुमार साहू संयोजक, भानु प्रताप सोनकर सहसंयोजक, रूपेंद्र (राजू) साहू महामंत्री भाजयुमो, मोहन साहू अध्यक्ष भाजयुमो, राजेश चंद्राकर सांसद प्रतिनिधि, घनश्याम कौशिक जनपद सदस्य पाटन, फेरहा राम धीवर सांसद प्रतिनिधि, विनोद अग्रवाल कोषाध्यक्ष, कमलेश चंद्राकर अध्यक्ष किसान मोर्चा उपस्थित रहे।

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