भिलाई सेल भिलाई स्टील प्लांट में सेफ्टी को लेकर पहले से बेहतर काम करने का दावा प्रबंधन करता है। इस बात में सच्चाई भी है कि जीएम सेफ्टी काफी सक्रिय हैं। लेकिन इस सच्चाई से भी मुंह नहीं फेर सकते कि प्लांट में अब भी लापरवाही का आलम चरम पर है। आंखों में पट्टी बांधकर और जान जोखिम में डालकर काम किया जा रहा है ट्रांसपोर्ट एंड डीजल डिपार्टमेंट-टीएंडडी में मालगाड़ी और ट्रक की सीधी टक्कर हो गई। रफ्तार में आ रही गुड्स ट्रेन को देखने के बावजूद ट्रक चालक ने लापरवाही बरती और रेलवे लाइन पर वाहन चढ़ा दिया।ट्रक का पहिया रेल लाइन पार नहीं कर सका, तब तक मालगाड़ी ने जोरदार टक्कर मार दी। इसकी रही है ट्रक चालक कुछ समझ पाता, उससे पहले ही गाड़ी पलट गई। किसी तरह वाहन से चालक बाहर निकल सका। यह देख वहां मौजूद लोगों में अफरातफरी मच गई। सीआइएसएफ ने पूरे घटनास्थल को घेरे में ले लिया घटना ने सुरक्षा को लेकर किए जा रहे दावों की पोल खोलकर रख दिया है। रेलवे लाइन पर इस तरह की घटना कहीं न कहीं घोर लापरवाही का सबूत है। टीएंडडी जैसे संवेदनशील स्थान पर लापरवाही से किसी का पीछा नहीं छूट रहा है। मामले की लीपापोती हो गई है। बताया जा रहा है कि मालगाड़ी मिल में जा रही थी, उसी समय हादसा हुआ है विभागीय कार्मिकों ने बताया कि टीएंडडी में सुरक्षा को लेकर हर बार सवाल उठाए गए हैं। चार- चार जीएम के रहते हुए सलाहकार के रूप में एक सीजीएम भी आ गए हैं। बावजूद, लापरवाही में कहीं कोई कमी नहीं है। निश्चित रूप से यह बीएसपी के लिए ठीक नहीं है एक कार्मिक ने बताया कि सेफ्टी मीटिंग में भी कोरम ही हो रहा है। एक बार पिछली मीटिंग के मिनट्स की कॉपी मांगी गई, जिस पर प्रबंधन की ओर से कहा गया कि उसे छोड़िए, नए पर बात कीजिए। इस पर कहा गया कि पिछली मीटिंग में जो मुद्दे उठाए गए, उसमें से कितने हल हुए या नहीं, यह जाने बगैर आगे कैसे बात की जाए। इस सवाल को टाल दिया गया। इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि सक्रियता कितनी है इसी तरह सेफ्टी से जुड़ा एक और मामला उठाया गया है। धर्म काटा के पास लगाए गए शेड हवा के झोंके में उड़ गया। इसके स्ट्रक्चर को जमीन में धंसाकर नहीं रखा गया, जिससे वह हवा का झोंका सहन नहीं कर सका। एक नहीं दो-दो शेड जमीन पर गिर गए। मिल एरिया के पास की यह तस्वीर सेफ्टी को लेकर और बेहतर काम करने का सबक दे रही है