रायपुर: सिद्धार्थ अपहरण काण्ड के दो आरोपी गिरफ्तार, तीनों का पता लगाने का शोरगुल जारी, जल्द हो सकती है राजफाश..|

रायपुर। रायपुर समाचार: पिछले दिनों सुंदरनगर, डगनियां इलाके में हुए सिद्धार्थ आटस्कर (22) के अपहरण के मामले में, पुलिस ने सोमवार देर रात मध्यप्रदेश के ग्वालियर क्षेत्र से तीन फरार मुख्य आरोपितों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। ये तीनों आरोपी ग्वालियर, भिंड और मुरैना के निवासी हैं। पुलिस अधिकारी मंगलवार को इस मामले की प्रगति को लेकर एक विज्ञापन जारी कर सकते हैं। हालांकि, सिद्धार्थ अपहरण कांड के संबंध में पुलिस आज भी समस्याओं का सामना कर रही है।

पुलिस अधिकारियों का दावा है कि सिद्धार्थ का अपहरण फिरौती के लिए नहीं किया गया था। अपहरण के पीछे की वजह क्या है, इसका राजफास नहीं हो सका है। वर्तमान में, अपहरण कांड में शामिल सभी आरोपितों से पूछताछ के बाद ही वजह सामने आ पाएगी। इसके अलावा, यह बात सामने आई है कि सिद्धार्थ के पिता और चाचा को आरोपितों ने दो बार काल करके फिरौती के लिए बड़ी राशि मांगी थी।

पुलिस सूत्रों ने बताया कि आरोपितों को दबोचने के लिए ग्वालियर, भिंड और मुरैना में पिछले कई दिनों से टीम कैंप की गई है। इस दौरान, तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। अपहरण की घटना में कई बदमाशों के शामिल होने का संदेह है। बदमाशों के पकड़े जाने पर अन्य आरोपितों की जांच की जा रही है।

बयानों को लेकर उलझी पुलिस

पुलिस के मुताबिक, जिन लोगों को अपहरण के आरोप में पकड़ा गया है, वे अपहरण की वजह फिरौती का इनकार कर रहे हैं, जबकि सिद्धार्थ और उसके पिता ने फिरौती के लिए अपहरण करने की जानकारी पुलिस को दी है। आशंका है कि अपहरण की असली वजह आपसी रंजिश या फिर लेन-देन हो सकती है।

रेकी के बाद अपहरण

अपहरण के एक दिन पहले, घटनास्थल और सिद्धार्थ की दुकान में लगे सीसीटीवी फुटेज को पुलिस ने जांचा तो कुछ संदिग्ध दिखा। सिद्धार्थ के अपहरण करने से पहले, अपहरणकर्ताओं ने पूरी रूप से रेकी की थी। इसके बाद ही अपहरण कांड को कार्रवाई की गई थी।

भागने का रास्ता पहले से था तय

सिद्धार्थ आटस्कर को उनकी दुकान से अपहरण करने के बाद, बदमाशों ने इनोवा कार से शहर छोड़कर भागने में बड़ी तेजी से सफलता हासिल की, जिससे यह स्पष्ट हो रहा है कि उन्होंने पहले से ही भागने के लिए रास्ता चुन लिया था। इसलिए, अपहरणकर्ताओं ने अपहरण के तीन-चार घंटे के भीतर ही कबीरधाम जिले तक पहुंच जाने की क्षमता प्राप्त की थी।

आसानी से क्यों छोड़ा, पड़ताल में जुटी पुलिस

अपहरण के बाद, बदमाशों ने सिद्धार्थ को कबीरधाम में इतनी आसानी से कैसे छोड़ दिया, इसे लेकर पुलिस एक अलग टीम जांच कर रही है। बदमाशों के पास विकल्प था कि वे सिद्धार्थ को अपने साथ ले जा सकते थे, लेकिन वे ऐसा नहीं किया। पुलिस टीम गिरफ्तार किए गए आरोपियों से पूछताछ कर जानकारी इकट्ठा कर रही है।

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