आरबीआई 2000 के नोट को बाजार में से हटा रही है। गुजरात में ज्वेलर्स ने 2000 के नोट से सोने की खरीदारों के लिए रेट बढ़ा दिए हैं। वे 10 ग्राम सोने की कीमत 70 हजार रुपए तक वसूल रहे हैं, जबकि शनिवार को इसकी कीमत 60 हजार 275 रुपए है।
बाजार के विशेषज्ञों ने यह बताया है कि उन्होंने पहचान उजागर नहीं की है, लेकिन शुक्रवार को यहां 10 ग्राम सोने की खरीद पर 5 से 10 हजार रुपए अधिक लिए गए। यानी प्रति 10 ग्राम सोना 70 हजार रुपए में बेचा गया। वहीं चांदी की कीमत प्रति किलो 80 हजार रुपए हो गई।
सोना क्यों खरीद रहे लोग?
IIFL सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट अनुज गुप्ता कहते हैं कि उन लोगों के पास जो अधिक मात्रा में 2 हजार के नोट रखते हैं, उन्हें बैंक में जमा करवाने पर अपनी सालाना कमाई के आधार पर कर देना होगा।
इसके अलावा, अधिक नकद रखने पर सरकार उनसे पूछताछ भी कर सकती है। इसलिए, लोग सोने की ओर रुख कर रहे हैं ताकि वे इन सभी परेशानियों से बच सकें। सोने को रखना भी सुविधाजनक है। अनुज गुप्ता बताते हैं कि 2016 में नोटबंदी के समय भी सोने की इतनी ही मांग देखी गई थी। उस समय सोने की कीमत 30 हजार से 50 हजार रुपए तक पहुंच गई थी।
इस महीने के आखिर में 65 हजार के पार जा सकता है सोना
अनुज गुप्ता कहते हैं कि शेयर बाजार में हो रहे उतार-चढ़ाव के कारण सोने को पहले से ही सपोर्ट मिल रहा है। इसलिए, जब 2 हजार के नोट को सर्कुलेशन से हटाने का निर्णय लिया गया है, लोग अपने पास रखे नोटों के बदले में सोना खरीद रहे हैं।
उनकी यह बात है कि RBI के फैसले से सोने की कीमत को और भी सपोर्ट मिलेगा और इस महीने के आखिर तक यह 65 हजार रुपए प्रति 10 ग्राम के पार जा सकता है। चांदी की बात करें तो यह 80 हजार रुपए प्रति किलोग्राम के पार जा सकती है।
इस साल सोने में 4000 रुपए से ज्यादा का उछाल
इस साल अब तक सोने में एक शानदार तेजी देखी जा रही है। इस साल की शुरुआत, अर्थात् 1 जनवरी को, सोने की कीमत 54,867 रुपए प्रति 10 ग्राम थी, जो अब 60,275 रुपए तक पहुंच गई है। इसका मतलब है कि इस दौरान 5,408 रुपए की तेजी देखी गई है।
जहां भी छापे, वहां 2000 की गड्डियों में काली कमाई
सात साल पहले जब नोटबंदी की गई, उसका एक मकसद कालेधन पर नियंत्रण रखना था। हालांकि, काली कमाई करने वाले लोगों ने इसका भी तरीका निकाल लिया। हाल के सालों में, ED, आयकर विभाग, CBI और राज्यों की पुलिस ने छापे मारे हैं, और इनमें से अधिकांश छापों में 2000 रुपए के नोटों की गडियां ही काली कमाई के रूप में जब्त की गईं।
हाल ही में हुई 6 बड़ी कार्रवाई में 600 करोड़ से अधिक नकदी जब्त की गई है। कानपुर में एक इत्र कारोबारी के पास से 284 करोड़ और हैदराबाद की एक दवा कंपनी के स्थानों से 142.87 करोड़ रुपये मिले थे।
रिजर्व बैंक ने 2000 के नोट को लेकर क्या आदेश दिए?
रिजर्व बैंक द्वारा घोषित किया गया है कि 2000 रुपये के नोट सर्कुलेशन से वापस लिए जाएंगे, लेकिन मौजूदा नोट अब तक मान्य रहेंगे। यह 2000 रुपये का नोट नवंबर 2016 में बाजार में आया था, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 500 और 1000 रुपये के नोट बंद कर दिए थे। इसके स्थान पर नए पैटर्न में 500 रुपये का नया नोट और 2000 रुपये का नोट जारी किया गया था। आरबीआई (RBI) ने साल 2018-19 से 2000 रुपये के नोटों की छपाई बंद कर दी है।