हरियाणा कुश्ती संघ ने मिर्चपुर एकेडमी को निलंबित करने का आदेश जारी किया है, जिसके लिए पहलवानों ने धरना देकर समर्थन व्यक्त किया था।

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हरियाणा कुश्ती संघ के प्रदेशाध्यक्ष रोहताश नांदल ने मिर्चपुर की भगत सिंह कुश्ती एकेडमी को भी निलंबित कर दिया है। इस एकेडमी के संचालकों पर आरोप है कि वे छोटे पहलवानों को धरने में ले गए थे। हरियाणा कुश्ती संघ ने इस एकेडमी के संचालक अजय सिंह ढांडा और जय भगवान लाठर पर बैन भी लगा दिया था।

दिल्ली जंतर मंतर पर धरने पर बैठे रेसलर्स का समर्थन करने के चलते मिर्चपुर की शहीद भगत सिंह कुश्ती एकेडमी को निलंबित करने का आदेश हरियाणा कुश्ती संघ के प्रदेश अध्यक्ष रोहतास नांदल ने जारी किया है। इसके बावजूद, अखाड़ा डेवलपमेंट एसोसिएशन हरियाणा ने इसे मानने से इनकार कर दिया है।

अखाड़े या अकेडमी रद्द करने का अधिकार हरियाणा कुश्ती संघ के पास नहीं

मिर्चपुर अकेडमी के संचालक अजय पहलवान ने हरियाणा कुश्ती संघ द्वारा जारी किए गए पत्र का जवाब देते हुए बताया है कि उनके पास इस पत्र को जारी करने का कोई अधिकार नहीं है और वे कुश्ती अखाड़ों और अकेडमियों के फेडरेशन के अंडर काम नहीं करते। हरियाणा कुश्ती संघ का काम केवल रेसलिंग के लिए खिलाड़ियों का चयन करना और गेम करवाना होता है।

अखाड़ा डेवलपमेंट एसोसिएशन का ही माना जाएगा

अखाड़ों को चलाने का अधिकार अखाड़ा डेवलपमेंट एसोसिएशन हरियाणा के पास है और हरियाणा प्रदेश के सभी अखाड़े उसी तरीके से चलते रहेंगे। हरियाणा कुश्ती संघ के प्रदेश अध्यक्ष रोहतास नांदल ने यह पत्र किसी के दबाव में जारी किया है, लेकिन वह इस तरह के दबाव को नहीं मानते हैं। अखाड़ा डेवलपमेंट एसोसिएशन हरियाणा के नेतृत्व में हरियाणा के सभी अखाड़े चल रहे हैं और जो भी अखाड़े उसके आदेशों को मानते हैं, वे अखाड़ा डेवलपमेंट एसोसिएशन हरियाणा के अंतर्गत होते हैं।

मिर्चपुर की कुश्ती एकेडमी को सस्पेंड कर दिया गया है।

हरियाणा कुश्ती संघ प्रदेशाध्यक्ष रोहताश नांदल ने मिर्चपुर की भगत सिंह कुश्ती एकेडमी को भी निलंबित कर दिया है। इस एकेडमी के संचालकों पर छोटे पहलवानों को धरने में ले जाने का आरोप है। हरियाणा कुश्ती संघ ने एकेडमी के संचालक अजय सिंह ढांडा और जय भगवान लाठर पर भी बैन लगा दिया है। इसके साथ ही, हरियाणा कुश्ती संघ ने एकेडमी और इनके दोनों संचालकों को तत्काल प्रभाव से बैन करने का फैसला किया है और सभी जिला इकाइयों को सलाह दी है कि वे इन्हें किसी गतिविधि में शामिल न करें क्योंकि इनके पास हरियाणा खेल विभाग के साथ-साथ सांई के नर्सरी भी हैं।

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