“एअर इंडिया ने विस्तारा एयरलाइंस के साथ एक इंटरलाइन पार्टनरशिप की है। इस पार्टनरशिप के तहत, दोनों एयरलाइन के लिए यात्री दिग्गजों को अपने डिपार्चर पॉइंट पर ही पूरी यात्रा के लिए एक ही बोर्डिंग पास मिलेगा। उन्हें अपने पहले पॉइंट पर ही अपना बैगेज चेक-इन कराने की सुविधा भी होगी।
इसके अलावा, यदि फ्लाइट में लेट होने, कैंसिलेशन या डायवर्ट होने की स्थिति उत्पन्न होती है, तो दोनों एयरलाइंस एक दूसरे की फ्लाइट का इस्तेमाल कर सकेंगी। अर्थात, एअर इंडिया के पैसेंजर विस्तारा की फ्लाइट में यात्रा कर सकते हैं और विस्तारा के पैसेंजर एअर इंडिया की फ्लाइट में ट्रांसफर हो सकते हैं।”
एक उदाहरण से समझते हैं। यदि आप भोपाल से दिल्ली और फिर दिल्ली से गुवाहाटी जाना चाहते हैं। तो भोपाल से दिल्ली के लिए आप एअर इंडिया का उपयोग कर रहे हैं और फिर दिल्ली से गुवाहाटी के लिए आप विस्तारा का उपयोग कर रहे हैं। इससे आपका पहला डिपार्चर पॉइंट भोपाल एयरपोर्ट होगा। भोपाल एयरपोर्ट पर ही आपको दोनों एयरलाइन के बोर्डिंग पास मिल जाएँगे।आपका लगेज भी भोपाल में ही चेक इन किया जाएगा और आपको गुवाहाटी एयरपोर्ट पर ही इसे मिलेगा। इससे आपको दिल्ली में फिर से बोर्डिंग पास लेने या अपने बैग को दिल्ली में चेक-इन करने की आवश्यकता नहीं होगी। इससे पैसेंजर्स को ट्रैवल करना सुविधाजनक हो जाता है।
2024 तक हो जाएगा एअर इंडिया और विस्तारा का मर्जर
एअर इंडिया और विस्तारा एयरलाइन्स का मर्जर होने जा रहा है। नई कंपनी में टाटा की 74.9% और सिंगापुर एयरलाइन (SIA) की 25.1% हिस्सेदारी होगी। नई कंपनी का नाम AI-विस्तारा-AI एक्सप्रेस-एयरएशिया इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (AAIPL) होगा। टाटा संस और SIA ने बीते साल दिसंबर में इसकी घोषणा की थी और उन्होंने इस प्रक्रिया को 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा था।
फुल-सर्विस और लो-कॉस्ट वाली पहली एयरलाइन
एअर इंडिया (एअर इंडिया एक्सप्रेस और एयर एशिया इंडिया सहित) और विस्तारा के पास कुल 218 वाइडबॉडी और नैरोबॉडी एयरक्राफ्ट हैं, जो 38 इंटरनेशनल और 52 डोमेस्टिक डेस्टिनेशन पर सर्विस देते हैं। विस्तारा, टाटा संस और सिंगापुर एयरलाइंस लिमिटेड के बीच 51:49 का जॉइंट वेंचर है।