“राजनांदगांव जिले में एक दलित युवती से हुए रेप के मामले में, रायपुर की पटवारी के खिलाफ कार्रवाई हुई है। पुलिस ने पटवारी को गिरफ्तार किया था और अब रायपुर के कलेक्टर ने उन्हें निलंबित कर दिया है। इस केस में पटवारी के भाई दबाव बनाकर अपने भाई को बचाने के लिए दलित युवती का गर्भपात करवा दिया था।”
बनारस के एक पटवारी सोनम सिंह के खिलाफ बसंतपुर थाने में धारा 376, 376 (2), 315, 34 और भादवि 3 (2) v के तहत मामला दर्ज किया गया है। इस केस में सोनम सिंह गिरफ्तार किया गया था और उसे जेल भेजा गया था। छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण तथा अपील) नियम 1966 के नियम 9 (2) के प्रावधानों के तहत, पटवारी सोनम सिंह को हल्के दण्ड से निलंबित किया गया है, क्योंकि उसे 48 घंटे से अधिक न्यायिक अभिरक्षा में रखा गया था।
यहाँ पूरा मामला है
महिला पटवारी के भाई अजय ठाकुर ने राजनांदगांव के बसंतपुर में रहने वाली एक दलित युवती से प्यार और मुहब्बत की बातें की। उसके बाद, उसने उस युवती के साथ शारीरिक संबंध बनाए। युवक ने उस युवती से शादी करने की बात कही थी, लेकिन उनके परिवार वालों ने इसका विरोध कर दिया। दोनों के बीच विवाद हुआ। अजय ने अपनी पटवारी बहन सोनम से भी उस लड़की को मिलवाया था। युवती बार बार शादी के लिए कहती रही, लेकिन आरोपी उसका फायदा उठाता रहा था।
6 बार गर्भपात किया गया
एक युवक ने शादी के नाम पर दलित युवती का शारीरिक शोषण किया। वह इससे गर्भवती हो गई। आरोपी की पटवारी बहन ने युवती को छह बार गर्भपात कराया, यद्यपि हर बार युवती को उससे शादी करने का भरोसा दिलाया गया था। लेकिन दलित युवती को बार-बार धोखा मिलता रहा। अंत में उसने अपने प्रेमी आरोपी अजय के खिलाफ थाने जाकर शिकायत की और अपने भाई-बहन के बारे में बताया। आरोपी अजय फरार हो गया, जबकि पटवारी को पुलिस ने इस केस में गिरफ्तार कर लिया था।