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“अरनपुर थाना क्षेत्र में नक्सली हमले में शहीद हुए जवानों को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके पार्थिव शरीरों को कंधे पर उठाया। इसके बाद बस्तर के पुलिस और सुरक्षाबल के अधिकारियों की बैठक हुई जिसमें घटना के संबंध में संपूर्ण जानकारी ली गई।”
“यहां अधिकारियों की बैठक में क्या चर्चा हुई इसका पता अभी तक नहीं चल पाया है। इसके बाद सीएम वहां से लौट गए हैं। भाजपा के प्रदेश प्रभारी ओम माथुर ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की और मुख्यमंत्री बघेल से चर्चा की। शहीद जवानों को याद करते हुए भूपेश बघेल ने मीडिया को बताया कि हमारे जवानों ने नक्सलियों के खिलाफ लड़ते हुए अपनी जान दे दी है। इस शहादत का मतलब हमें ये समझना चाहिए कि यह बेकार नहीं जाएगी। हम इस लड़ाई को तेजी से लड़ेंगे।”
दंतेवाड़ा में सीएम ने क्या है
भूपेश बघेल ने बताया कि हमारे जवान नक्सलियों को जंगल में घेरकर मारते हैं और उन्हें गिरफ्तार भी करते हैं। नक्सलियों को अब और अधिक नुकसान होगा और हम उन्हें मुंहतोड़ जवाब देंगे। कल भी एक नक्सली को पकड़ा गया है और लगातार नक्सलियों का दायरा घटता जा रहा है।
रायपुर में मुख्यमंत्री बोले- कोई इंटेलिजेंस फेलियर नहीं
सीएम भूपेश रायपुर से दंतेवाड़ा पहुंचते ही बताएं कि हमारे जवानों ने दो नक्सलियों को पकड़ा था, जिसमें से एक माओवादी घायल हो गया था। दो साल बाद इसी इलाके में एक आईडी ब्लास्ट हुआ था। इस इलाके में लोगों के लिए सुविधाएं बढ़ गई हैं। जवानों ने दंतेवाड़ा से 65 किलोमीटर दूर जाकर ऑपरेशन किया था। माओवादियों के मांद में घुसकर उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया जा रहा है। कार्रवाई और ऑपरेशन की गति तेज की जाएगी। इसमें कोई भी इंटेलिजेंस फेलियर नहीं हुआ है।
शहीद जवानों के परिजनों से मुलाकात कर पीड़ित परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करने के बाद, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया। पीड़ित परिवार के हालात दुखद हैं। शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए, पीसीसी चीफ मोहन मरकाम, बीजापुर विधायक विक्रम मंडावी, दंतेवाड़ा विधायक, देवती कर्मा समेत दंतेवाड़ा कलेक्टर, आईजी, एसपी से लेकर तमाम पदाधिकारी पहुंचे हैं। पहले ही शहीदों को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया था। शहीदों को अंतिम विदाई देने के लिए, बड़ी संख्या में ग्रामीण यहां पहुंचे हुए थे।
दंतेवाड़ा में शहीद जवानों के पार्थिव शरीरों को उनके गृह गांव ले जाने का आयोजन किया गया है। सुबह से ही शहीदों की अंतिम विदाई के लिए उनके गांवों में लोगों का जमावड़ा देखा जा रहा है। इस मौके पर मुख्यमंत्री सहित सांसद, विधायक, पूर्व विधायक और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी शामिल हुए हैं जो शहीद जवानों की अर्थी को कंधे पर लिए। मुख्यमंत्री ने शहीदों के परिजनों को संबोधित करते हुए कहा है कि हम सभी इस दुखद घड़ी में उनके साथ हैं।
ओम माथुर, छत्तीसगढ़ बीजेपी प्रदेश प्रभारी, दंतेवाड़ा पहुंचकर मुख्यमंत्री से मुलाकात की हैं।
उन्होंने शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी और पीड़ित परिवार का हाल जाना।
पुलिस लाइन कार्ली में श्रद्धांजलि देने के दौरान भावुक हो जाने वाली तस्वीरें भी हैं।
बुधवार को नक्सली हमले में 10 डीआरजी जवानों और एक सिविलियन ड्राइवर की मौत हो गई है। इन जवानों को एक पिकअप वैन में सवार कर डंतेवाड़ा के अरनपुर में आईईडी ब्लास्ट के जरिए नक्सलियों ने अंतिम संयम दिया था। इन जवानों के परिजनों को इस घातक हमले की घटना से अत्यंत दुख हुआ होगा।
बुधवार को भी हुई उच्च स्तरीय आपात बैठक
भूपेश बघेल ने इस घटना के सम्बंध में एक उच्च स्तरीय बैठक आयोजित की थी, जिसमें गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा, मुख्यमंत्री के सचिव अंकित आनंद और पुलिस महानिरीक्षक गुप्तवार्ता अजय यादव शामिल थे। मुख्यमंत्री ने नक्सलियों को बख्शा नहीं जाने का ऐलान किया और कहा कि हम अंतिम चरण में हैं और योजनाबद्ध तरीके से नक्सलवाद को जड़ से खत्म किया जाएगा। इस घटना के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को फोन पर संपर्क करके उन्हें घटना की जानकारी दी और जवानों की शहादत पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने सीएम को हर संभव मदद का वादा किया है।