कांग्रेस पार्टी द्वारा भाजपा को घेरने और अपनी आवाज़ को बुलंद करने के लिए वक्ताओं की टीम तैयार की जा रही है। हर जिले में तेज-तर्रार बोलने वाले 10-10 लोगों का चयन किया जाएगा। इसके लिए बुधवार को दुर्ग के राजीव भवन में कार्यकर्ताओं से इंटरव्यू लिया गया था। सभी को 2-2 मिनट का समय दिया गया था। कुछ लोग 7 मिनट तक बोलते रहे तो कुछ लोगों ने अपनी बात केवल 45 सेकंड में खत्म कर दी। इसके अनुसार, 32 ईडी-सीबीआई ने 22 मोदी-अडाणी पर गरजा और 28 ने भूपेश सरकार का गुणगान किया। बेरोजगारी के मुद्दे पर केवल चार लोगों ने अपनी बात कही।
कांग्रेस पार्टी ने वॉक इन इंटरव्यू के माध्यम से भिलाई, दुर्ग शहर और दुर्ग ग्रामीण से 48 कार्यकर्ताओं को शामिल किया। इसमें से 32 कार्यकर्ता ईडी और सीबीआई के दुरुपयोग का मुद्दा उठाकर छत्तीसगढ़ सरकार की नीतियों की तारीफ की। 28 कार्यकर्ता ने राज्य में किसानों की कर्जमाफी और 2500 रुपए में धान खरीदने की बात कही।
22 कार्यकर्ता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उद्योगपति गौतम अडाणी पर जमकर गरजा। यह विशेष है कि सिर्फ चार वक्ताओं ने बढ़ती बेरोजगारी पर बोला। 2 ने मोदी राज में देश की संवैधानिक संस्थाओं को समाप्त करने की साजिश पर बात की। 2 लोगों ने भारत के नवनिर्माण में कांग्रेस का योगदान पर बोला, लेकिन कुछ सेकंडों के बाद रुक गए।
बुधवार सुबह 11 बजे, कार्यकर्ताओं की मौखिक परीक्षा शुरू हो गई थी। प्रतिभागियों को 10 विषयों में से किसी एक विषय पर बोलना था, लेकिन तीन लोगों ने छोड़कर बाकी सभी पांच-छह विषयों पर एक साथ बोलते रहे थे। सिलेक्ट करने वाली टीम ने कई बार रोका-टोका किया, लेकिन मन की बात बोलने में उन्होंने कोई कसर नहीं छोड़ी।
महंगाई के बारे में बोलते हुए एक कार्यकर्ता ने केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि कांग्रेस के शासन काल में पेट्रोल-डीजल, रसोई गैस के दामों को लेकर खूब प्रदर्शन किया जाता था, लेकिन अब चुप है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए एक वक्ता ने कहा- “चुनाव से पहले तो खूब वादे किए गए थे, न तो विदेश से कालाधन आया, न ही लोगों के खातों में 15-15 लाख रुपये आए।”
पार्टी में सफल वक्ता बनने के लिए ट्रेनिंग दी जाएगी।
भिलाई और दुर्ग शहर तथा दुर्ग ग्रामीण तीनों जिला संगठन से केवल 48 प्रतिभागी आए। इनमें से केवल 30 को चयनित किया जाएगा। चयनकर्ताओं में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर, भिलाई शहर जिलाध्यक्ष मुकेश चंद्राकर, दुर्ग शहर जिलाध्यक्ष गया पटेल, अलताफ अहमद, राकेश ठाकुर, और राजेंद्र साहू शामिल थे।