रायपुर। सब्जियों की आसमान छूती कीमतों (Vegetable Price in Raipur) ने इन दिनों रोजमर्रा के रसोई के स्वाद को बिगाड़ दिया है। टमाटर के साथ अब अन्य सब्जियों की कीमतों में भी भारी बढ़ोतरी हो गई है। पंद्रह दिन पहले जो बरबट्टी 40 रुपये प्रति किलो मिल रही थी, वह अब तीन गुना बढ़कर 120 रुपये प्रति किलो हो गई है। इसी तरह, 75 से 80 रुपये प्रति किलो बिकने वाला मुनगा अब 150 रुपये प्रति किलो में बिक रहा है। सब्जी व्यापारियों का कहना है कि जब तक आवक नहीं सुधरती, तब तक कीमतों में सुधार संभव नहीं है, क्योंकि फिलहाल बाहरी बाजारों से ही सब्जियां ऊंचे दामों में आ रही हैं।
गोलबाजार, आमापारा, संतोषीनगर, शास्त्री बाजार, टिकरापारा और अन्य बाजारों में टमाटर 70 से 80 रुपये प्रति किलो, गोभी 70 से 80 रुपये प्रति किलो, बरबट्टी 110 से 120 रुपये प्रति किलो, कुंदरू 50 रुपये प्रति किलो, बैंगन 60 रुपये प्रति किलो और भिंडी 60 रुपये प्रति किलो में बिक रही हैं। इसके अलावा, मिर्ची 90 रुपये प्रति किलो और धनिया 140 रुपये प्रति किलो में बेची जा रही है।
सब्जी व्यापारियों का कहना है कि इन दिनों स्थानीय स्तर पर सब्जियों की आवक बिल्कुल नहीं हो रही है और केवल बाहरी स्रोतों से ही सब्जियां आ रही हैं। इस कारण से ही कीमतों में वृद्धि हो रही है। ऊपरी बाजारों में भी सब्जियों की कीमतें काफी बढ़ गई हैं।
प्याज 55 रुपये किलो पहुंचा
प्याज की कीमतों में एक बार फिर से भारी बढ़ोतरी हो रही है। बुधवार को खुदरा बाजार में प्याज 50 से 55 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गया। हालांकि, आलू अभी भी 35 से 40 रुपये प्रति किलो बिक रहा है। कीमतें बढ़ने के बावजूद भी अच्छी गुणवत्ता का प्याज उपलब्ध नहीं हो पा रहा है।
आवक बढ़ने पर सुधरेंगी कीमतें
थोक सब्जी व्यापारी संघ के अध्यक्ष टी श्रीनिवास रेड्डी ने बताया कि सब्जियों की कीमतों में सुधार तभी होगा जब उनकी आवक बढ़ेगी, और इसमें लगभग दो से तीन सप्ताह का समय लग सकता है। 15 जुलाई के बाद सब्जियों की कीमतों में कुछ गिरावट आ सकती है। टमाटर की आवक अब बैंगलुरू से भी शुरू हो गई है।