भिलाई
“भिलाई नगर पालिका निगम ने विशेष सामान्य सभा बुलाकर उद्योगों की 50 प्रतिशत संपत्ति कर माफ करने का प्रस्ताव पास किया है। इस प्रस्ताव के विरोध में भाजपा पार्षदों ने बड़ी लड़ाई की तैयारी की है। उनकी मांग है कि यदि निगम उद्योगपतियों का कर माफ कर सकता है, तो वहाँ काम करने वाले गरीबों का भी कर माफ करें। भाजपा पार्षदों का कहना है कि वे शहर सरकार के इस गलत निर्णय के खिलाफ हर संभव लड़ाई लड़ेंगे।”
इस विषय पर भिलाई नगर पालिका के सभी पार्षदों ने बैठक बुलाई। इस बैठक में भाजपा के पार्षद पीयूष मिश्रा ने कहा कि निगम सरकार अमीर उद्योगपतियों के फायदे को बढ़ा रही है, जबकि गरीबों की उसे कोई फिक्र नहीं है। उनका मानना है कि उन्हीं गरीबों ने उन्हें चुनाव जीताकर निगम तक भेजा है, इसलिए वे उनके हक की लड़ाई लड़ेंगे। पीयूष मिश्रा ने यह भी कहा कि एक कांग्रेस पार्षद ने सामान्य सभा की बैठक के दौरान बीपीएल कार्ड धारकों को फर्जी कहकर गरीबों का मजाक उड़ाने का काम किया है। अगर बीपीएल कार्ड धारकों को फर्जी कहा जाता है, तो महापौर को माफी मांगनी चाहिए। यदि वे गरीबों को लाभ नहीं दे सकते हैं, तो किसी ने उन्हें गरीबों का मजाक उड़ाने का हक नहीं दिया है।
भिलाई निगम की शहर सरकार के खिलाफ बोलते भाजपा पार्षद
कोर्ट की लड़ाई लड़ने की कही बात
नेता प्रतिपक्ष भेजराज सिन्हा ने कहा कि कांग्रेस की शहर सरकार ने उद्योगपतियों को संपत्तिकर में 50 प्रतिशत छूट देने का प्रस्ताव पास किया है। भाजपा पार्षदों ने इस प्रस्ताव में बीपीएल कार्डधारियों, विधवाओं, नेत्रहीनों को संपत्तिकर में छूट देने की मांग की थी। इस पर कांग्रेस के पार्षदों ने विरोध जताया। उन्होंने ऐसे लोगों की हक की बात नहीं की, बल्कि उनके एक पार्षद ने बीपीएल कार्डधारियों को फर्जी करार दे दिया। इस तरह गरीबों का मजाक उड़ाने की बात से नाराज होकर भाजपा पार्षदों ने सदन का बहिष्कार कर वाक आउट तक कर दिया था। अब उन्होंने यह निर्णय लिया है को उनके हक के लिए कोर्ट तक की लड़ाई लड़ेंगे।
हर लड़ाई एक जुट होकर लड़ने की भरी हुंकार
भाजपा पार्षद और उप नेता प्रतिपक्ष दया सिंह ने कहा कि गरीबों की लड़ाई में हर समय भाजपा पार्टी और उनका एक-एक सिपाही खड़ा है। जिस तरह से निगम में गरीबों का मजाक उड़ाया गया है उसके खिलाफ भाजपा के सभी पार्षद एकजुट होकर लड़ाई लड़ेंगे।