बालोद। छत्तीसगढ़ में ईडी का छापा: छत्तीसगढ़ में ईडी की छापेमारी लगातार जारी है। ईडी ने शुक्रवार को 12 जगहों पर छापा मारा। ईडी की टीम का कोरबा, बैकुंठपुर, बालोद, बिलासपुर के अलावा अन्य जगहों पर सर्च आपरेशन चल रहा है।
आज ईडी ने बालोद में छापा मारा, जहां पूर्व मंत्री अनिला भेड़िया के प्रतिनिधि पीयूष सोनी के यहां छापा मारा गया। ईडी के अफसर दो वाहनों में सवार होकर सुबह तड़के 6 बजे पीयूष सोनी के डौंडी स्थित घर पर पहुंचे। वहां ईडी के अफसरों ने पीयूष सोनी से पूछताछ की।
बैकुंठपुर में जनपद सीईओ के यहां ईडी का छापा
कोरबा जिले में डीएमएफ घोटाले की जांच की आंच कोरिया जिले तक पहुंच गई है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम पहली बार कोरिया जिले के बैकुंठपुर पहुंची है। ईडी की टीम ने जनपद सीईओ राधेश्याम मिर्झा के यहां छापेमारी की है, जो बैकुंठपुर के जल संसाधन विभाग के विश्राम गृह में निवास कर रहे हैं।
शुक्रवार की सुबह ईडी के अधिकारी विश्राम गृह पहुंचे। उन्होंने जांच की शुरुआत की है। राधेश्याम, बैकुंठपुर जनपद पंचायत के सीईओ रहे थे। इससे पहले वे कोरबा जिले के पोड़ी उपरोड़ा ब्लाक में पदस्थ थे। कांग्रेस शासन के दौरान तीन वर्षों तक सीईओ रहते हुए डीएमएफ में बड़ी गड़बड़ी का आरोप है। यह राज्य की सबसे बड़ी जनपद पंचायत है, जहां 146 ग्राम पंचायतें हैं।
पोड़ी-उपरोड़ा जनपद पंचायत में डीएमएफ का काम उनके कार्यकाल में हुआ था। करोड़ों रुपये के फर्जीवाड़े का आरोप है। खबर है कि डीएमएफ में अनियमितता के बारे में छापे की कार्रवाई की जा रही है। कोई भी अन्य कारण सामने नहीं आया है। जनपद सीईओ राधेश्याम को पिछले दिनों सूरजपुर की प्रतापपुर जनपद में भेजा गया है। उन्होंने अभी तक पदभार ग्रहण नहीं किया है।
अधिकारियों ने छापे के सम्बंध में कुछ भी बताने से मना कर दिया है। राधेश्याम मिर्झा कांग्रेस शासन के दौरान प्रभावशाली अधिकारी रहे हैं। वे मूलतः पद मंडल संयोजक होते हैं, लेकिन वे कई लक्जरी गाड़ियों के मालिक भी हैं। वसूली के मामले में उन्हें विवादों में घिरा गया है। ईडी की टीम दस्तावेज और डिजिटल उपकरणों की जांच कर रही है।