रायपुर: छत्तीसगढ़ बोर्ड 10वीं 12वीं बोर्ड परीक्षा – छत्तीसगढ़ में अब वार्षिक 10वीं-12वीं की बोर्ड परीक्षा होगी। छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल ने इस नए प्रारूप को तैयार किया है। पहली परीक्षा में असंतुष्ट छात्र दूसरी परीक्षा में उपस्थित हो सकेंगे, और उन्हें उनके पहले परीक्षा में प्राप्त अंकों का अध्ययन करने का अवसर मिलेगा। जिस परीक्षा में सबसे अधिक अंक होंगे, उसे मूल्यांकन का मान्यता प्राप्त होगा। यह नया प्रणाली इसी शैक्षिक सत्र से प्रारंभ होगी और पूरक परीक्षा समाप्त हो जाएगी।
बोर्ड के अधिकारियों ने बताया है कि एक सत्र में दो बार बोर्ड परीक्षा करवाने की अधिसूचना शीघ्र ही फरवरी महीने में जारी की जा सकती है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत वर्ष में दो बार परीक्षा लेने का प्रावधान है। सूत्रों के अनुसार, पहली परीक्षा मार्च महीने से आरंभ होगी, जबकि दूसरी परीक्षा जून के अंतिम सप्ताह या जुलाई में संभावना है। अबतक केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने इसे लागू नहीं किया है, लेकिन संभावना है कि यह अगले सत्र से प्रभावी हो सकता है।
प्रश्नपत्र और उत्तर-पुस्तिका छपने का काम शुरू
बोर्ड परीक्षाओं के लिए जो 1 मार्च से आरंभ होने वाले हैं, उन परीक्षाओं के लिए प्रश्नपत्र और उत्तर-पुस्तिकाएं छापी जा रही हैं। बोर्ड ने घोषणा की है कि उत्तर-पुस्तिकाएं 10 या 12 फरवरी से वितरित की जाएंगी। पहले, प्रत्येक जिले में स्थित समन्वय केंद्रों में परीक्षा सामग्री भेजी जाएगी, और इसी के जरिए स्कूलों को सामग्री पहुँचाई जाएगी। प्रदेश में कुल 34 समन्वय केंद्र स्थापित किए गए हैं, जिनमें रायपुर जिले में दो और अन्य जिलों में एक-एक समन्वय केंद्र है। प्रश्नपत्रों का वितरण 24 फरवरी से प्रारंभ होगा।
होली के पहले हो जाएंगी बोर्ड परीक्षाएं
10वीं-12वीं की बोर्ड परीक्षाएं होली से पहले संपन्न हो जाएंगी। 12वीं की परीक्षा 1 से 23 मार्च तक आयोजित की जाएगी, जबकि 10वीं की परीक्षा 2 से 21 मार्च तक चलेगी।
2,400 से ज्यादा बनाए गए हैं परीक्षा केंद्र
प्रदेश में इस बार बोर्ड परीक्षाओं के लिए 2,400 से अधिक परीक्षा केंद्र स्थापित किए गए हैं। अभी तक संवेदनशील परीक्षा केंद्रों की सूची जारी नहीं की गई है। पिछले वर्ष 50 से अधिक संवेदनशील केंद्र थे, जहां परीक्षा के दौरान विशेष सतर्कता बरती जाती थी। इस बार के परीक्षा में सवा छह लाख परीक्षार्थी शामिल हैं।
पिछली बार की तुलना में, इस बार छात्रों की संख्या में कमी हुई है। 12वीं कक्षा में, साइंस, कॉमर्स, और आर्ट्स संकायों का समाहित संख्या 70 हजार से अधिक छात्रों की कमी हो गई है। यह हालांकि एक विशेष कारण से हुआ है, क्योंकि कोरोना काल में 10वीं का परिणाम शत-प्रतिशत रहा, जिसके कारण पिछली बार 12वीं की परीक्षा देने वाले छात्रों की संख्या बढ़ गई थी। पिछली बार, 12वीं में लगभग सवा तीन लाख छात्र थे, जबकि इस बार छात्रों की संख्या घटकर दो लाख 55 हजार है।