रायपुर (राज्य ब्यूरो)। लोकसभा चुनाव 2024: छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव की तर्ज पर, लोकसभा चुनाव 2024 में भी भाजपा-कांग्रेस दोनों ही पार्टियां महिला प्रत्याशियों पर फोकस कर रही हैं। महिला आरक्षण बिल भले ही प्रभावशाली नहीं हुआ है, मगर पार्टियां महिलाओं को प्राथमिकता दे रही हैं। भाजपा प्रदेश की कुल 11 लोकसभा सीटों में से चार से पांच सीटों पर महिला प्रत्याशियों को उतारने की तैयारी कर रही है। वहीं कांग्रेस की राष्ट्रीय महिला कांग्रेस की अध्यक्ष अलका लांबा ने रायपुर में प्रवास के दौरान प्रदेश की 11 में से चार सीटों पर महिलाओं को उतारने का ऐलान किया है।
गौरतलब है कि आधी आबादी को साधने के लिए विधानसभा चुनाव 2023 में कुल 90 सीटों पर भाजपा ने 15 और कांग्रेस ने 18 महिलाओं को टिकट दिया था। इनमें भाजपा से आठ और कांग्रेस से 10 महिलाएं चुनाव जीती थीं। प्रदेश की विधानसभा में कुल 18 महिलाएं पहली बार एक साथ इतनी संख्या में विधायक बनकर सदन पहुंची हैं। पार्टियों के संकेतों से स्पष्ट है कि अब लोकसभा चुनाव में भी महिलाओं को ज्यादा प्रतिनिधित्व का मौका मिल सकता है।
पिछली बार तीन महिलाएं बनी थीं लोकसभा सदस्य
पिछली बार लोकसभा चुनाव 2019 में प्रदेश की 11 लोकसभा सीटों में से तीन सीटों पर महिलाएं लोकसभा सदस्य के रूप में निर्वाचित हुई थीं। भाजपा से रायगढ़ और सरगुजा में क्रमशः गोमती साय और रेणुका सिंह लोकसभा सदस्य निर्वाचित हुईं थीं, हालांकि दोनों नेत्रियों ने विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करने के बाद लोकसभा की सदस्यता से त्याग पत्र दिया है और कांग्रेस से महिलाओं में अभी कोरबा की लोकसभा सदस्य ज्योत्सना महंत हैं।
चार या अधिक सीटों पर मिलेगा मौका
भाजपा बस्तर में प्रवास के दौरान प्रदेश की भाजपा नेत्री और महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने कहा कि भाजपा ने विधानसभा चुनाव में भी महिला आरक्षण रोस्टर का पालन किया था और इस बार भी लोकसभा चुनाव में महिलाओं को प्राथमिकता मिल सकती है। भाजपा 11 में से 4 या उससे अधिक सीटों पर भी महिला प्रत्याशी उतार सकती हैं।
कम से कम होंगी चार महिलाएं
कांग्रेस प्रदेश प्रवास पर राजधानी पहुंची महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष अलका लांबा ने पत्रकारों से चर्चा की। इस दौरान महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष लांबा ने कहा कि लोकसभा चुनाव में महिलाओं को ज्यादा मौका दिया जाएगा। छत्तीसगढ़ से पिछले चुनाव में सिर्फ दो महिलाएं थीं। इस बार 11 सीटों में से कम से कम चार महिलाओं को मौका दिया जाएगा।