रायपुर (राज्य ब्यूरो)। छत्तीसगढ़ समाचार: राज्य सरकार के भ्रष्टाचार, वादाखिलाफी आदि मुद्दों को लेकर भाजपा ने प्रदेश में परिवर्तन यात्रा निकालने की घोषणा की है। 87 विधानसभा क्षेत्रों में 28 दिनों तक 2989 किमी की इस यात्रा में पार्टी के राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय पदाधिकारी जुटेंगे। 12 और 16 सितंबर से प्रदेश के दो स्थान, दंतेवाड़ा और जशपुर से यात्रा की शुरुआत होगी। दंतेवाड़ा में पहली यात्रा का उद्घाटन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और जशपुर में दूसरी यात्रा का उद्घाटन भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगतप्रकाश नड्डा करेंगे। वरिष्ठ नेता भी समय-समय पर यात्राओं में शामिल होने पहुंचेंगे। यात्रा के समापन पर मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सम्मिलित होंगे।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष अरुण साव ने यात्राओं के रोडमैप और कार्यक्रमों की जानकारी प्रदान की। साव ने बताया कि इस परिवर्तन यात्रा में पार्टी के राष्ट्रीय और प्रादेशिक वरिष्ठ नेताओं का समय-समय पर मार्गदर्शन भी होगा। भाजपा की परिवर्तन यात्रा प्रदेश के भ्रष्टाचार, वादाखिलाफी, अन्याय-अत्याचार, और प्रदेश के सभी वर्गों के साथ धोखाधड़ी करने वाली कांग्रेस सरकार के खिलाफ होगी। इन भाजपा की परिवर्तन यात्राओं से छत्तीसगढ़ में चल रही भ्रष्ट कांग्रेस सरकार की पोल खुलेगी और जनता को यह दिखाया जाएगा कि छत्तीसगढ़ में पिछले पांच वर्षों से कैसे घपलों और घोटालों की सरकार चल रही है।
यहां होगा यात्रा का रोड मैप
साव ने बताया कि मां दंतेश्वरी, मां बम्लेश्वरी और मां महामाया देवी के आशीर्वाद से यात्रा दंतेवाड़ा से बिलासपुर तक 16 दिनों में 1,728 किमी के सफर की योजना है, और इसके दौरान 45 आम सभाएं, 32 स्वागत सभाएं और 5 रोड शो आयोजित किए जाएंगे। इस पहली यात्रा के संयोजक विधायक शिवरतन शर्मा और पूर्व मंत्री महेश गागड़ा होंगे। उनके साथ सहयोगी के रूप में निरंजन सिन्हा और सचिन बघेल भी रहेंगे।
दूसरी यात्रा जो 16 सितंबर को जशपुरनगर से प्रारंभ होगी। इसके संयोजक मोतीलाल साहू, सांसद गुहाराम अजगले, और प्रदेश प्रवक्ता अनुराग सिंहदेव होंगे। दूसरे चरण में यह यात्रा 12 दिनों में दो संभागों के 14 जिलों के 39 विधानसभा क्षेत्र तक पहुंचकर 1,261 किमी का सफर करेगी। इस दौरान 39 आम सभाएं, 53 स्वागत सभाएं, और दो रोड शो आयोजित किए जाएंगे। दोनों ही यात्राओं का समापन बिलासपुर में होगा। प्रतिदिन औसत तीन विधानसभा के दौरे होंगे। इसमें हर दिन एक बड़ी सभा का आयोजन भी किया जाएगा। यात्रा के दौरान प्रतिदिन छह स्वागत सभा और तीन छोटी सभा का आयोजन भी किया जाएगा।
भाजपा के दामन पर लगे झीरम के खून के छींटे: बैज
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि भाजपा परिवर्तन यात्रा का उद्देश्य किस चीज में परिवर्तन करने का है? छत्तीसगढ़ में परिवर्तन तो 2018 में ही आ गया है, जब जनता ने भाजपा के शासन और भ्रष्टाचार से युक्त रमन सरकार को हराया था।
छत्तीसगढ़ के किसानों को उनकी उपज की पूरी कीमत 2640 रुपये मिल रही है, इस बारे में क्या बदलाव चाहिए? या क्या छत्तीसगढ़ के किसान कर्ज मुक्त हो गए हैं, इस स्थिति में भाजपा क्यों परिवर्तन चाहती है? छत्तीसगढ़ के तेंदूपत्ता किसानों को 2500 की बजाय 4000 रुपये मिल रहे हैं, इसमें भाजपा का क्या विचार है?
छत्तीसगढ़ के आदिवासियों के संवैधानिक अधिकार बहाल हो गए हैं। छत्तीसगढ़ की बेरोजगारी दर आधा प्रतिशत से कम है। छत्तीसगढ़ की महिलाएं रमन राज से ज्यादा सुरक्षित हैं। क्या भाजपा इसमें कोई परिवर्तन चाहती है? भाजपा की परिवर्तन यात्रा छत्तीसगढ़ के विकास विरोधी यात्रा है।
बैज ने कहा कि परिवर्तन यात्रा शब्द से भाजपा के दामन पर लगे खून के छीटे फिर उभरकर सामने आएंगे। कांग्रेस अपने काम में भाजपा की नकल कर रही है, जैसे कि 2013 में नंदकुमार पटेल के नेतृत्व में परिवर्तन यात्रा की थी। भाजपा की रमन सरकार ने सुरक्षा नहीं प्रदान की थी और एक षडयंत्रपूर्वक राजनीतिक हत्याकांड होने दिया था, जिसमें कांग्रेस के प्रमुख नेताओं के साथ सुरक्षा कर्मियों सहित 31 लोगों की मौत हुई थी। भाजपा के दामन में झीरम घाटी के खून के छीटे लगे हुए हैं।
भाजपा की यात्रा में लोगों के चेहरे पर दिखेगी खुशियां
दीपक बैज ने कहा कि कांग्रेस सरकार में बस्तर खुशहाल हो गया है और वहाँ सुरक्षित है। भाजपा चाहे तो कहीं से भी अपने राजनीतिक यात्रा की शुरुआत कर सकती है। उन्हें बस्तर के आदिवासियों के चेहरे की खुशियां दिख सकती हैं। रमन सरकार के दौरान जेल में बंद आदिवासी रिहा किए गए थे। रमन सरकार ने जिन 1700 आदिवासी परिवारों की जमीन छीनी थी, वे आदिवासी परिवार अब खेती करते हुए दिख सकते हैं।
पांचवीं अनुसूची क्षेत्र के लोगों को पेसा के नियम के अधिकार दिखाएंगे। रमन सरकार द्वारा बंद किए गए स्कूल फिर से खुलेंगे। आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल में बस्तर के बच्चे अंग्रेजी में मुफ्त शिक्षा प्राप्त करेंगे। बस्तर में नक्सलवाद का खात्मा हो रहा है और विकास की दिशा में प्रगति दिख रही है। रमन सरकार के 15 साल के कार्यकाल में जिन लोगों को बस्तर के विकास की तरफ बढ़ने का तरस था, वे आज एक विकसित बस्तर के रूप में दिखेंगे।