भिलाई। भिलाई समाचार: छत्तीसगढ़ के भिलाई में स्थित हुडको कालोनी के दो एटीएम को काटकर उसमें से करीब 40 लाख रुपये चोरी करने के मामले में हरियाणा के एक गिरोह के शामिल होने की आशंका व्यक्त की जा रही है। पुलिस को जानकारी मिली है कि हरियाणा में भी बिल्कुल इसी तरीके से एटीएम काटकर चोरी की घटनाएं हो रही हैं। अगर यही गिरोह है, तो प्रदेश के लिए चिंता का सवाल है, क्योंकि यह आरोपित गिरोह प्रदेश के विभिन्न जिलों को निशाना बना सकता है। वर्तमान में सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपितों की पहचान की जा रही है।
हुडको क्षेत्र में सिर्फ 500 मीटर की दूरी पर एसबीआइ के दो एटीएम प्रतिष्ठित हैं, जहां शनिवार और रविवार की दोनों रातों में चोरी की घटनाएं घटी हैं। आरोपित व्यक्तियों ने बड़ी सावधानी और त्वरितता से चोरी की क्रियाओं को निष्पादित किया। अलर्ट सिस्टम से सूचना मिलते ही पुलिस तत्परता से स्थल पर पहुंची, लेकिन आरोपित व्यक्तिगत होकर बच गए। पकड़ से पहले, उन्होंने एटीएम में आग भी लगा दी थी।
चिंता व्यक्त की जा रही है कि एटीएम में रखे गए रुपयों में कोई नुकसान नहीं हुआ है। इसके कारण, एटीएम में जले हुए नोटों के किसी भी अवशेष की खोज नहीं की जा सकी है। पूरी रात और पूरे दिन भर, आरोपितों की परिस्थितियों की खोज की गई, लेकिन अब तक उनके बारे में कोई जानकारी प्राप्त नहीं हो सकी है।
जिले में अब तक जितने भी एटीएम को लक्ष्य बनाया गया है, उनमें किसी भी घटना में आरोपित व्यक्तियों को सफलता हासिल नहीं हो सकी। यह एक पहली बार है जब किसी एटीएम को कट कर रुपयों की चोरी में अपराधियों को सफलता मिली है। पहले तो पावर हाउस, नंदिनी रोड, कुम्हारी, भिलाई-3, वैशाली नगर और दुर्ग के एटीएम में तोड़फोड़ और गैस कटर की तरह की घटनाएं हुई हैं, लेकिन आरोपित व्यक्तियों ने नकद रुपयों तक पहुंचने में सफलता नहीं प्राप्त की थी।
10 साल पहले एक एटीएम को ही उखाड़कर ले गए थे बदमाश
दस वर्ष पहले पुरानी भिलाई थाना क्षेत्र में, एटीएम में चोरी की सबसे बड़ी कोशिश हुई थी। उस घटना में आरोपित व्यक्तियों ने सीधे एटीएम को उखाड़कर ले जाने का प्रयास किया था। हालांकि, उस समय भी आरोपित व्यक्तियों ने एटीएम के कैश ट्रे को नहीं खोल सका। इस कारण, आरोपित व्यक्तियों ने आरोपित एटीएम को उमदा खार में छोड़ दिया था। इसके बाद, सिर्फ तोड़फोड़ और गैस कटर से कई प्रयास किए गए हैं, लेकिन किसी भी घटना में आरोपित व्यक्तियों को सफलता नहीं मिली थी।
हैरानी की बात, अलर्ट सिस्टम के बाद भी दो एटीएम में चोरी
यह बताना महत्वपूर्ण है कि सभी एटीएम में एक अलर्ट सिस्टम लगा होता है। बैंकिंग से संबंधित किसी भी कार्य के अलावा, यदि कोई भी संदिग्ध गतिविधि पाई जाती है, तो एटीएम में स्थित सीसीटीवी कैमरा और सेंसर खुदसे जागरूकता पैदा करते हैं, और उस जानकारी को विभिन्न शहरों में स्थित कंट्रोल सेंटर में पहुंचाते हैं। वहां के कंट्रोल सेंटर पर संबंधित जिले और थानों के पुलिस को तात्कालिक जानकारी मिलती है। यह पूरी प्रक्रिया कुछ ही मिनटों में सम्पन्न हो जाती है। इसके बावजूद, आरोपित व्यक्तियों ने एक साथ दो एटीएमों में चोरी करने में सफलता प्राप्त की।