रायपुर समाचार: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में एक दुकान बंद होने के बाद शराब नहीं देने पर बदमाशों ने राय बनकर मारपीट की। सात से आठ युवकों ने शराब दुकान के सेल्समैन के साथ मारपीट की। माना जा रहा है कि माना थाने की पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ बलवा, मारपीट और अन्य धाराओं के तहत अपराध की जांच शुरू की है।]\
वास्तविकता में, रायपुर के माना थाने में पुरुषोत्तम चंदेल ने बनारसी शराब दुकान के सेल्समैन द्वारा रिपोर्ट दर्ज करवाई। उन्होंने बताया कि रविवार की रात 10 बजे तक शराब दुकान बंद हो चुकी थी। बिक्री रकम जमा करने के लिए थाना माना कैंप की ओर जा रहे थे कि एक अज्ञात लड़का दुकान में आया और शराब मांगने लगा। जब दुकान से इनकार किया गया, तो उसने गालीगलौज की शुरुआत की। इसके पश्चात्, उसने कह दिया कि वह अभी दोस्तों को बुलाता है। इसके बाद, उसने अपने साथीयों को बुलाया।
एक विशेषज्ञ के बर्ताव के अनुसार, शराब दुकान के बिक्री रकम को लेकर दिलीप ठाकुर और नरेंद्र कुमार ने एक पेटी में सील बंद करीब 11 लाख 23 हजार रुपये की नकदी को बाइक में सहित लिए। उनके पीछे दो और व्यक्तियों ने भी साथ में रवाना होने का निर्णय लिया। बनारसी तालाब के पास एकाएक 7-8 अज्ञात युवक आये और उन्होंने उनका रास्ता रोक लिया। उन्होंने गालियाँ देना शुरू किया और उन्हें आरोप लगाया कि वे शराब नहीं देते हैं। फिर उन्होंने डंडे के साथ मारपीट की शुरुआत की। इस मारपीट के दौरान दिलीप ठाकुर, नरेंद्र कुमार, लुमेश भट्ट, और दीपक ठाकुर को हाथ मुक्का और डंडे से पीटा गया। उनके सिर के साथ-साथ अन्य शरीर के हिस्सों पर भी चोटें आई। इन घायल व्यक्तियों को उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया।
एक आधार मानने पर, इस महीने के दौरान भाटागांव में स्थित एक शराब दुकान में ब्रांडेड शराब की अनुपलब्धि के कारण एक मारपीट की घटना सामने आई। सुपरवाइजर की शिकायत के परिणामस्वरूप, पुरानी बस्ती पुलिस स्टेशन में आरोपी के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया था।