रायपुर। छत्तीसगढ़ के छह राजकीय विश्वविद्यालयों में अध्ययन करने वाले छात्रों के लिए पूरक पात्रता की प्राप्ति लगभग निम्नलिखित दो विषयों में अनधिकृत होने के आधार पर की जा सकती है: उच्च शिक्षा विभाग ने नवा रायपुर में कुलपति, कुलसचिव, और अन्य अधिकारियों की एक बैठक आयोजित की, जिसमें उन्होंने दो विषयों में अनधिकृत छात्रों की पूरक पात्रता की समीक्षा की।
सूत्रों के अनुसार, दो विषयों में असफल छात्रों को इस साल पूरक परीक्षा की पात्रता देने के विचार पर सहमति हासिल हुई है। हालांकि, शासन से जब आदेश आएगा, तब तक इसे आधिकृत मान्यता नहीं मिलेगी। यह महत्वपूर्ण है कि हाल ही में एनएसयूआइ और कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने स्नातक की वार्षिक परीक्षाओं में दो विषयों में असफल छात्रों को पूरक परीक्षा की अनुमति की मांग की थी, जिसका मुख्यमंत्री और कुलपति द्वारा समर्थन प्राप्त हुआ था।
कोरोना महामारी के प्रभाव से छात्रों की शिक्षा पर असर होने के चर्चे को देखते हुए, कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से भी मुलाकात की। एनएसयूआइ और कांग्रेस के प्रमुख नेताओं द्वारा उजागर किया जा रहा है कि छात्रों की पढ़ाई पर कोरोना के प्रभाव के कारण हुआ है। इस परिस्थिति में, उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से भी मिलकर विचार-विमर्श किया। इस मांग का पूरा होने का संकेत मिल रहा है क्योंकि छत्तीसगढ़ में लगभग 80 हजार छात्रों को दो विषयों में पूरक परीक्षा की पात्रता मिल सकती है, जैसा कि एनएसयूआइ और कांग्रेस के नेताओं ने दावा किया है। नए नियमानुसार, दो विषयों में पूरक परीक्षा के आधिकार का प्रावधान बनने के कारण यह प्राकृतिक है कि छत्तीसगढ़ में छात्रों को लाभ मिल सके। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि यह नया नियम केवल इस साल तक ही सीमित रहेगा, क्योंकि तीन वर्षों के बाद छात्रों ने पहली बार ऑफलाइन परीक्षा दी है क्योंकि कोरोना महामारी के कारण। इसका परिणाम रिजल्ट में भी दिख रहा
नए नियम से प्रदेश के लगभग 80 हजार छात्रों को मिलेगा लाभ
रविशंकर विश्वविद्यालय की वार्षिक परीक्षा में ग्रेजुएशन के तीन वर्षों में कुल 1,25,463 छात्र परीक्षार्थी शामिल होंगे थे। इस परीक्षा में 48,925 छात्र पास हो गए जबकि 50,767 छात्र असफल रहे। इसके अलावा, 24,542 छात्रों को पूरक परीक्षा की संभावना है। वे छात्र जो परीक्षा में असफल रहे हैं, उनमें से करीब 25,000 छात्र दो विशेष विषयों में असफल रहे हैं। इसी प्रकार, दुर्ग विश्वविद्यालय, बिलासपुर विश्वविद्यालय, सरगुजा विश्वविद्यालय, बस्तर विश्वविद्यालय और रायगढ़ विश्वविद्यालय में शिक्षा प्राप्त करने वाले लगभग 80,000 छात्र दो विशेष विषयों में असफल रहे हैं।
रविशंकर विश्वविद्यालय में पहले दो विषयों का था नियम
90 के दशक में, रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय में दो विशेष विषयों में पूरक परीक्षा की पात्रता की जाती थी। इसके बाद, एक विषय में असफलता की स्थिति पर ही पूरक परीक्षा की पात्रता का नियम प्राप्त हुआ। लगभग तीन दशकों तक, यह नियम बनाए रखा गया, लेकिन अब एक बार फिर से विचार किया जा रहा है कि क्या दो विशेष विषयों में असफल छात्रों को पूरक परीक्षा की अनुमति दी जाए। उच्च शिक्षा विभाग द्वारा इस संदर्भ में एक प्रारूप तैयार किया जा रहा है।
रविशंकर विश्वविद्यालय की वार्षिक परीक्षा 2022-23 के नतीजे
कोर्स छात्र पास फेल पूरक परिणाम
बीए 68,104 21,848 29,756 15,595 32 प्रतिशत
बीकाम 25,445 14,313 7,541 3,466 56 प्रतिशत
बीएससी 29,913 12,376 12,699 4,652 41 प्रतिशत
बीसीए 2001 388 771 829 19 प्रतिशत
कुल 1,25,463 48,925 50,767 24,542 39 प्रतिशत