गरियाबंद। गरियाबंद में हाथियों का आतंक: छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले के गांव तोरेंगा में फिर से हाथियों ने दस्तक दी है। जैसे ही ये हाथी गांव पहुंचे, उन्होंने उत्पात की शुरुआत की और नुकसान का सामना करना पड़ा। इस हाथियों के उत्पात के कारण ग्रामीण लोगों ने पूरी रात डर के माहौल में गुजारी।
पांडुका क्षेत्र में वर्तमान में वन क्षेत्र में तीन हाथियों की उपस्थिति है। दो हाथी क्षेत्र में पहले से ही मौजूद थे। दंतधारी हाथिया के हमले में गरियाबंद जिले और धमतरी जिले में बीते तीन वर्षों में अब तक 10 व्यक्तियों की मौत हो चुकी है।
दंतधारी हाथी गुरुवार को धमतरी जिले से होकर गरियाबंद जिले में पैरी नदी को पार करके देर रात में तोरेंगा गांव पहुंचा। गांव में हाथियों ने पूरी तरह से उत्पात मचाते हुए कई घरों को तोड़ दिया। हाथियों की विनाशकारी गतिविधियों से गांव के लोगों को बहुत नुकसान पहुंचा। इस हाथियों के उत्पात से ग्रामीण लोग काफी डरे हुए हैं।
हाथियों के आतंक से गांव में दहशत
हाथियों के आतंक से आस-पास के गांवों में डरावने माहौल का निर्माण हो गया है, इसके परिणामस्वरूप वन विभाग ने मुनादी करके 25 गांवों में हाई अलर्ट घोषित किया है और लोगों से सतर्क रहने की अपील की है। वन विभाग के कर्मचारियों ने रात भर हाथियों की स्थिति का निगरानी किया है और वे हाथियों की लोकेशन के पास ही तैनात रहे हैं। इन हाथियों पर नजर रखी गई है। यह जाना जा चुका है कि धमतरी से आने वाले दंतधारी हाथी ने अब तक दोनों जिलों में दस लोगों की जान ली है, जिसके कारण यहां के लोग भयभीत हैं।