रायपुर। छत्तीसगढ़ में विश्व आदिवासी दिवस 2023: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज, 9 अगस्त, बस्तर जिला मुख्यालय जगदलपुर में विश्व आदिवासी दिवस मनाते हुए जिले के लोगों को 637 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाले 2300 विकास कार्यों की एक उपहार प्रदान की। इनमें, 486 करोड़ 70 लाख 76 हजार रुपये की मूल्यवान 1838 कार्यों का भूमिपूजन शामिल है, और 150 करोड़ 32 लाख रुपये की मूल्यवान 462 कार्यों का उद्घाटन भी शामिल है।
इससे पहले, सीएम बघेल ने विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर बस्तर में आयोजित कार्यक्रम में भाग लिया। कार्यक्रम में बस्तर के कई गांवों के लोग बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। परंपरागत गौर नृत्य और गेड़ी नृत्य से स्थानीय आदिवासी समुदाय ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया। वहीं, मुरिया समाज के लोगों ने मुख्यमंत्री का स्वागत गौर सींग पहनाकर किया। इस दौरान, मुख्यमंत्री ने विभिन्न विभागों द्वारा स्थापित स्टालों पर भी दौरा किया।
विश्व आदिवासी दिवस के कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव, बस्तर जिले के प्रभारी मंत्री कवासी लखमा, संसदीय सचिव रेखचंद जैन, बस्तर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष लखेश्वर बघेल और विधायक राजमन बेंजाम भी उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री जगदलपुर में आयोजित इस कार्यक्रम में भाग लेने के बाद, सरगुजा जिले के विकासखंड मुख्यालय सीतापुर में विश्व आदिवासी दिवस के कार्यक्रम में शामिल होकर, जिले को 269 कार्यों की एक सौगात प्रदान करने का निश्चय लिया है, जिनकी लागत 334 करोड़ 23 लाख रुपये होगी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जगदलपुर में 2118 कार्यों की भूमिपूजन समारोह की लागत 523 करोड़ 87 लाख रुपये होगी, और 462 कार्यों का लोकार्पण 150.32 करोड़ रुपये की लागत में किया जाएगा।
इसी तरीके से, सरगुजा जिले के सीतापुर में आयोजित विश्व आदिवासी दिवस के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री 136 कार्यों का लोकार्पण करने का निर्णय लिया है, जिनकी लागत 143 करोड़ 48 लाख रुपये होगी, और 133 कार्यों का शिलान्यास 190 करोड़ 75 लाख रुपये की लागत में किया जाएगा। मुख्यमंत्री बघेल इन दोनों ही कार्यक्रमों में राज्य शासन की विभिन्न हितग्राही मूलक योजनाओं के तहत हितग्राहियों को आर्थिक सहायता और सामग्री का वितरण भी करेंगे।