कोलकाता: मनोज तिवारी का सन्यास भारतीय क्रिकेट टीम ने हाल ही में वेस्टइंडीज के खिलाफ शानदार प्रदर्शन करते हुए वनडे मैचों की श्रृंखला को अपने नाम कर लिया। टीम इंडिया के शानदार प्रदर्शन को देखते हुए यह कहा जा रहा है कि विश्वकप में भारतीय खिलाड़ियों का शानदार प्रदर्शन देखने को मिल सकता है। हालांकि विश्वकप प्रतियोगिता से पहले टीम इंडिया को एशिया कप भी खेलना है, जो खिलाड़ियों के लिहाज से बेहद अहम है। लेकिन इस बीच दिग्गज क्रिकेटर ने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से सन्यास का ऐलान कर दिया है।
मनोज तिवारी का सन्यास दरअसल दाएं हाथ के बल्लेबाज मनोज तिवारी ने आज क्रिकेट से सन्यास का ऐलान कर दिया। बता दें कि मनोज तिवारी सन्यास से पहले ही राजनीति में ज्वाइन कर चुके हैं और ममता बनर्जी सरकार में खेल मंत्री हैं। वह पिछले सीजन में रणजी ट्रॉफी में बंगाल के लिए खेले थे। बंगाल रणजी का फाइनल खेल था और उपविजेता रहा था। घरेलू क्रिकेट में बंगाल का प्रतिनिधित्व करने वाले मनोज तिवारी एमएस धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया और आईपीएल में राइजिंग पुणे सुपरजायंट्स (RPSG) में भी खेले थे।
इसके अलावा वह इंडियन प्रीमियर लीग में दिल्ली डेयरडेविल्स, कोलकाता नाइट राइडर्स, किंग्स इलेवन पंजाब और अन्य टीमों का भी प्रतिनिधित्व किया है। मनोज तिवारी ने भारत के लिए 12 वनडे और तीन टी20 मैचों में हिस्सा लिया। वनडे इंटरनेशनल में तिवारी ने 26.09 की औसत से 287 रन बनाए, जिसमें एक शतक और एक अर्धशतक शामिल रहा। तिवारी ने अपना एकमात्र शतक (104*) वेस्टइंडीज के खिलाफ बनाया था। टी20 इंटरनेशनल में मनोज तिवारी ने 15 रन बनाए।
क्रिकेटर से राजनेता बने मनोज तिवारी ने इंस्टाग्राम पोस्ट में रिटायरमेंट के बाद का पोस्ट शेयर किया। मनोज तिवारी ने लिखा, “क्रिकेट को अलविदा। इस खेल ने मुझे सब कुछ दिया है, मेरा मतलब है कि हर एक चीज़ जिसके बारे में मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था। मैं इस खेल और भगवान का हमेशा आभारी रहूंगा, जो हमेशा मेरे पक्ष में रहे। इस अवसर पर मैं उन लोगों के प्रति अपनी हार्दिक कृतज्ञता व्यक्त करता हूं जिन्होंने मेरी क्रिकेट की जर्नी में भूमिका निभाई है। मेरे बचपन से लेकर पिछले साल तक मेरे सभी कोचों को धन्यवाद।”