भिलाई। मुन्ना भाई के गिरफ्तारी में भिलाई: फारेन मेडिकल ग्रेजुएट परीक्षा (एफएमजीई) में मूल परीक्षार्थी की जगह शामिल होने वाले एक व्यक्ति को पुरानी भिलाई पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस घटना के पीछे प्रवेश पत्र में दिए गए फोटो और आरोपी के हुलिये में अंतर होने के कारण पर्यवेक्षकों को संदेह हुआ, जिससे उन्होंने पुलिस को इस बारे में सूचित किया।
इसके बाद पुरानी भिलाई पुलिस ने आरोपित को हिरासत में लिया और पूछताछ की। उसने इस फर्जीवाड़े की पूरी जानकारी दी। इसके बाद आरोपित ने उस व्यक्ति के खिलाफ और जिसके खिलाफ उसे अपनी जगह पर परीक्षा देने के लिए हायर करने का आरोप लगाया, धोखाधड़ी और कूटरचना के तहत प्राथमिकी की गई। पुलिस ने आरोपित मुन्ना भाई को गिरफ्तार कर लिया है।
पार्थिवी कॉलेज, सिरसाकला, भिलाई-3 में रविवार को फारेन मेडिकल ग्रेजुएट एक्जामिनेशन की परीक्षा आयोजित की गई थी। इस परीक्षा में अहमदाबाद, गुजरात से आये एक अभ्यर्थी, रिबादिया धुरविल कुमार हर्षदभाई की जगह पर आरोपित मनीष यादव (31) जो लखनऊ, उत्तर प्रदेश के गोमती नगर, पश्चिम बिहार कालोनी, मकान नंबर 537/3 में निवासी है, परीक्षा देने पहुंचा था। पुलिस ने उसके प्रवेश पत्र और अन्य दस्तावेजों का परीक्षण करने पर उसे पकड़ लिया गया।
आरोपित को हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर उसने बताया कि उसे रिबादिया धुरविल कुमार हर्षदभाई ने परीक्षा में बैठने के लिए रुपये दिए थे। दूसरे आरोपित रिबादिया धुरविल कुमार हर्षदभाई ने चीन से एमबीबीएस की पढ़ाई की है और भारत में क्वालीफाई करने के लिए उसे इस परीक्षा को पास करना जरूरी था। इस परीक्षा को पास किए बिना वह भारत में प्रैक्टिस नहीं कर सकता था।
आरोपित रिबादिया धुरविल कुमार हर्षदभाई ने खुद परीक्षा में शामिल न होकर मनीष यादव को परीक्षा देने के लिए हायर किया था। दोनों की पहचान और मुलाकात कैसे हुई, इसके बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं मिली है। पुलिस मामले में आरोपित मनीष यादव से पूछताछ कर रही है। इस मामले में एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश होने की उम्मीद जताई जा रही है।
दुर्ग एसपी शलभ सिन्हा ने बताया कि फारेन मेडिकल ग्रेजुएट एक्जामिनेशन की परीक्षा किसी अन्य व्यक्ति की जगह परीक्षा देने आए आरोपित को पुलिस ने पकड़ लिया था। उसके खिलाफ प्राथमिकी करके उसे गिरफ्तार किया गया है। उससे पूछताछ जारी है।