गरियाबंद। गरियाबंद समाचार: बरसात के मौसम के साथ ही छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में बीमारियों का प्रकोप देखने को मिल रहा है। एक आदिवासी बच्चे को मलेरिया के कारण मौत का सामना करना पड़ा है। यह घटना मैनपुर ब्लाक के गोबरा गांव में हुई। यह दुखद खबर है कि तीन दिनों के बीच गरियाबंद में मलेरिया ने दो आदिवासी बच्चों की जिंदगी ले ली।
जानकारी के अनुसार, शुक्रवार को तड़के सुबह छह बजे गोबरा गांव के वासी वीरेंद्र नागवंशी के 11 वर्षीय बेटे डीगेश्वर नागवंशी की मौत हो गई। डीगेश्वर एक पांचवीं कक्षा के छात्र थे।
इस गांव में 19 जुलाई को मलेरिया से पहली मौत हुई थी, जिसमें 6वीं कक्षा की छात्रा योगिता की जान चली गई थी। जबकि आज सुबह 5वीं कक्षा के छात्र डीगेश्वर की मौत हो गई। रिपोर्ट के मुताबिक, मितानिन व स्वास्थ्य कर्मी की जांच में मलेरिया की पुष्टि हुई थी।
वहीं, तीन दिनों में दो बच्चों की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग में भयंकर उत्तेजना पैदा हुई। मौत के बाद ब्लाक प्रशासन ने गांव में एक शिविर लगाने का फैसला किया है।
बरसात के मौसम में मलेरिया के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। शहरी और ग्रामीण क्षेत्र दोनों में यह मौसमी बीमारी का प्रकोप तेजी से फैल रहा है।