सुकमा। छत्तीसगढ़ में सुकमा जिले में पिछले तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण नदियों और नालों का जलस्तर बढ़ गया है। जिले के मलगेर और फूल नदी उफान पर हैं। इसके परिणामस्वरूप करीब एक दर्जन गांवों का मुख्यालय से संपर्क टूट गया है। शबरी नदी का जलस्तर भी बढ़ गया है। इसी के नियंत्रण के लिए कलेक्टर और एसपी कोण्टा वहां पहुंचे हैं।
जिले के छिंदगढ़ ब्लॉक के मुख्यालय से लगी हुई फूल नदी उफान पर है। रेड्डीपाल जाने वाला मार्ग बंद हो गया है। पुल के ऊपर से करीब 4 फीट नदी का पानी बह रहा है। वहां तैनात जवानों ने आवाजाही के लिए रोक लगा दी है। रेड्डीपाल समेत आधा दर्जन गांव से संपर्क टूट चुका है। साप्ताहिक बाजार में आने वाले लोग घर जाने को इंतजार कर रहे हैं। वहीं नदी के उस पार कई कर्मचारियों के घर हैं, जो काम से दफ्तर आए हुए थे, लेकिन अब पानी कम होने के बाद ही घर जा पाएंगे। दूसरी और गादीरास के पास मलगेर नदी उफान पर है। थाने के सामने पुल पर नदी का पानी आ गया है। जहां पुल के ऊपर से पानी बह रहा है। इसलिए वहां आवगमन बंद कराने के लिए पुलिस को तैनात किया गया है।
गोदावरी व शबरी का बढ़ा जलस्तर
बारिश के लगातार होने से सीमावर्ती प्रदेश तेलंगाना में गोदावरी नदी का जलस्तर बढ़ गया है। रिपोर्ट के अनुसार, गोदावरी का जलस्तर आधी रात तक 35 फीट तक पहुंच जाएगा। साथ ही, आंध्रप्रदेश में निर्माणाधीन पोलावरम बांध का जलस्तर भी 28.22 मीटर तक पहुंच गया है। इस स्थिति में, शबरी नदी का जलस्तर भी बढ़ जाएगा और बेकवाटर से परेशानियां बढ़ सकती हैं।
कलेक्टर व एसपी पहुंचे कोण्टा
कलेक्टर हरिस एस और एसपी किरण चव्हाण कोण्टा वहां पहुंचे। वे बाढ़ प्रभावित वार्डों का निरीक्षण किया। साथ ही, बाढ़ से निपटने की तैयारी और राहत शिविरों का जांच पर दिया। इससे बाढ़ की स्थिति निर्मित होने पर लोग परेशान नहीं हों। उन्होंने अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि खतरे की पहली घंटी बजते ही प्रभावित इलाकों में चेतावनी जारी करें।