बिलासपुर। डीएवी मुख्यमंत्री पब्लिक स्कूल में हरेली त्योहार के अवसर पर गेड़ी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसमें छात्रों ने उत्साह से हिस्सा लिया। शिक्षकों ने इस अवसर पर छात्रों को गेड़ी की महत्ता के बारे में जानकारी प्रदान की। साथ ही, छात्रों ने पेड़-पौधों का मुखौटा पहनकर स्कूल पहुंचे और पर्यावरण सुरक्षा और स्वच्छता के प्रति संदेश दिया।
डीएवी मुख्यमंत्री पब्लिक स्कूल मस्तूरी में वन महोत्सव का आयोजन किया गया। इस अवसर पर प्रधानाचार्या श्वेता श्रीवास्तव ने शाला में मुख्य अतिथियों के साथ गोविंद जैस्वानी (एरा क्लब मस्तूरी), संतोष और कमलेश यादव (पुलिस विभाग मस्तूरी), दुजराम पटेल (कान्स्टेबल) और सुखदेव पटेल (कान्स्टेबल) के शामिल होने का आयोजन किया। स्कूल परिसर में पौधारोपण भी किया गया। विद्यार्थियों ने उत्साह से इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया। शिक्षकों ने समझाया कि हरियाली हमारे जीवन के लिए बहुत महत्वपूर्ण और आवश्यक है। इस कार्यक्रम के माध्यम से यह संदेश दिया गया कि हरियाली ही जीवन है और छत्तीसगढ़ के प्रमुख त्यौहार हरेली पर्व को ध्यान में रखते हुए उसे रोचक ढंग से मनाया गया। इसमें बच्चों द्वारा पारंपरिक खेल गेड़ी और नृत्य का प्रदर्शन किया गया। बच्चों ने बोर्ड डेकोरेशन के माध्यम से पर्व के महत्व को प्रकट किया और विभिन्न गतिविधियों में अपना उत्साह प्रदर्शित किया। इस प्रकार शाला का माहौल आनंदमय हो गया। छोटे बच्चों ने एलकेजी से लेकर क्लास टू ग्रीन डे तक सभी त्यौहारों का मनाया और बहुत सारी गतिविधियों में भाग लिया।
डीएवी मुख्यमंत्री पब्लिक स्कूल मस्तूरी में हरेली के त्यौहार में वन महोत्सव और अन्य गतिविधियों ने एक हर्षपूर्ण माहौल पैदा किया। घड़ी प्रतियोगिता में हिस्सा लेने वाले बच्चों को सम्मानित भी किया गया।
0 छत्तीसगढ़ के पहली त्योहार हरेली को गेड़ी त्योहार के रूप में मनाते हैं
इस अवसर पर स्कूल के शिक्षकों ने बताया कि छत्तीसगढ़ में हरेली पहली त्यौहार के रूप में मनाया जाता है, जिसे देवी त्यौहार के रूप में भी जाना जाता है। इस दिन लोग बांस की लकड़ी से गेड़ी बनाते हैं और उसमें चढ़कर मनोरंजन करते हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में इस दिन खेल प्रतियोगिताएं भी आयोजित होती हैं। इसी दिन छत्तीसगढ़िया ओलंपिक की शुरुआत भी हो रही है।