बिलासपुर | शहर के चांटीडीह में डायरिया के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इस बीमारी के शिकार होने से 40 लोगों को उल्टी और दस्त की समस्या हो गई है, जबकि एक 65 वर्षीय महिला की मौत हो गई है। छह लोगों की स्थिति गंभीर है। जैसे ही स्वास्थ्य विभाग को इस घटना की जानकारी मिली, हड़कंप फैल गया और एक टीम तत्परता से मौके पर पहुंच गई। जांच के दौरान पाया गया कि बीमार होने का कारण दूषित पानी का सेवन करना है। 17 मरीजों को सिम्स में भर्ती किया गया है और अन्य नौ मरीजों को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसमें मृतक महिला भी शामिल है।
वर्षा के दिनों में शहरी क्षेत्र में डायरिया के प्रसार की चिंता बढ़ती जा रही है। इस चुनौती को नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग के संयोजन में रोकने का प्रयास जारी है। लेकिन, यह प्रयास साबित असफल साबित हुआ है, जब शुक्रवार के दोपहर से चांटीडीह क्षेत्र में बच्चों से लेकर बड़ों तक कई लोग डायरिया के शिकार होने लगे। इससे पहले कि लोगों को कुछ समझ में आए, उनको उल्टी और दस्त की समस्या हो गई और कुछ घंटों में ही उनकी स्थिति गंभीर हो गई।
चारों ओर तेजी से बढ़ती हुई संख्या में बीमार लोगों की स्थिति गंभीर हो गई। इसके बाद वार्डवासियों ने संदिग्धता की आशंका को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग को इसकी जानकारी दी। इससे सम्बंधित विभाग के अधिकारी तत्परता से कार्रवाई करने के लिए सकते में उमड़ आए। उमड़ते ही, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजेश शुक्ला अपनी टीम सहित तत्काल मौके पर पहुंच गए। उन्होंने पीड़ितों की स्थिति को देखते हुए तत्परता से तुरंत इलाज करवाने के निर्देश दिए।
इसके पश्चात, 17 मरीजों को सिम्स में भर्ती कराया गया। इनमें से चांटीडीह निवासी, 65 वर्षीय कमला मिश्रा के पति हरि मिश्रा के उपचार के दौरान सिम्स में मौत हो गई। अन्य पांच मरीजों की स्थिति गंभीर होने के कारण, उन्हें आसपास के निजी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। सभी का इलाज प्रारंभ हो चुका है। उसी समय, मौके पर स्वास्थ्य विभाग की एक टीम तैनात की गई है। जांच के दौरान, यह सत्यापित हो चुका है कि ये सभी मरीज दूषित पानी पीने के कारण बीमार पड़े हैं। ऐसे में, मरीजों की संख्या बढ़ने की चिंता हो रही है।
सिर्फ 52 घर के सर्वे में मिले हैं मरीज
डायरिया के बारे में डरने वाली बात यह है कि शुक्रवार की शाम तक टीम प्रभावित क्षेत्र में पहुंची। वहां पर 52 घरों का सर्वे किया गया, जिसमें से 22 मरीजों के मिलने पर सर्वे टीम भी सकते में आ गई है। हालांकि, अब चिंता है कि शनिवार के सर्वे के दौरान और भी गंभीर मरीज मिल सकते हैं। असामयिकता हो गई, और रात तक 40 मरीज हो गए। इस परिस्थिति में, टीम सुबह से ही मौके पर एक शिविर स्थापित करके मरीजों की खोज में लग जाएगी।
सर्वे के बाद लिया जाएगा पानी का सैंपल
यह जानकारी मिली है कि प्रदाय किया जाने वाला पानी गंदा है। विशेष रूप से पाइप लाइन में गंदगी होने की समस्या है। इस कारण पानी भी अशुद्ध हो रहा है। लोगों ने बताया है कि नगर निगम इस मुद्दे पर ध्यान नहीं दे रहा है। इसलिए, क्षेत्र में दूषित पानी आ रहा है। वहीं, क्षेत्र में सफाई की कमी है। यहां-वहां पर्याप्त मात्रा में गंदगी फैली हुई है। अधिकांश पाइपलाइन नाली से निकलकर गुजरती है। इसलिए, इस क्षेत्र के लोग निरंतर डायरिया के शिकार होते रहते हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम अब जल्द ही यहां सर्वे कार्यक्रम शुरू करेगी और पानी के सैंपल लेगी।
पिछले साल सात लोगों की गई थी जान
पिछले साल भी शहरी क्षेत्र में डायरिया का प्रकोप देखा गया था। विशेष रूप से तालापारा, तारबाहर, टिकरापारा जैसे क्षेत्रों में यह समस्या बढ़ी थी। उस समय सैकड़ों लोग डायरिया के शिकार हो गए थे। उस संकट के दौरान इन क्षेत्रों में सात मरीजों की मौत हो गई थी। जांच में पाया गया कि इस बीमारी का प्रसार दूषित पानी के सेवन के कारण हुआ था।
ध्यान नहीं देने पर और क्षेत्र में भी आ सकते हैं मामले
हर साल वर्षा के दिनों में डायरिया का प्रकोप देखा जाता है। इस साल इस बीमारी को रोकने के लिए प्रयास किया जा रहा है। नगर निगम के जल विभाग को निर्देशित किया गया है कि शहरी क्षेत्र में पानी के सैंपल लिए जाएं और उसकी जांच की जाए। दूषित पानी की पहचान होने पर साफ पानी की व्यवस्था की जाए, लेकिन यह काम अभी तक केवल कागजों में ही सिमट गया है। इसलिए, आने वाले दिनों में डायरिया का प्रकोप होने की प्रबल आशंका है।
ये हुए हैं बीमार
आकांक्षा साहू, सोयम साहू, भुरुवा सिंह सिदार, सौम्या कुरैशी, माही कुरैशी, अनिता चंद्राकर, भुरी बाई यादव, लक्ष्मी नारायण श्रीवास्तव, नैंसी साहू, राज श्रीवास, दुर्गा कछवाहा, मीनू श्रीवास, रशीदा बेगम, सिमरन अंजूम, खुशी मिश्रा, परी मिश्रा, कमला मिश्रा पति हरि मिश्रा, मोहम्मद साहिल, श्रद्वा ठाकुर, ज्योति जायसवाल, संतोष जायसवाल, सुरेश श्रीवास।
क्षेत्र में डायरिया फैल गया है। कुल 40 लोग डायरिया से पीड़ित हो चुके हैं। इनमें से एक महिला की मौत हो गई है। स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया जा रहा है।
रुपाली गुप्ता, वार्ड पार्षद, चांटीडीह
डायरिया फैलने की सूचना प्राप्त होते ही स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई है। इस मौके पर 40 डायरिया मरीज मिले हैं, जिन्हें अस्पतालों में भर्ती किया गया है। टीम को मौके पर तैनात कर दिया गया है। घर-घर में सर्वे करके नए मरीजों की खोज की जा रही है। इससे जल्द ही स्थिति को नियंत्रण में लाने में सफलता मिलेगी।