स्वामी प्रसाद मौर्य का भाजपा पर हमला
अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाले यूपी के समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य आज एक दिवसीय प्रवास में बिलासपुर पहुंचे। यहां मिडिया से चर्चा में उन्होंने अलग- अलग मुद्दों को लेकर एक बार फिर भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि, अखंड भारत की नौटंकी करने वाले लोगों को इस बात से पहले बाज़ आना चाहिए कि वह देश को हिंदू मुसलमान में ना बांटे। अगर इस देश के आजादी के लिए हिंदू ने लड़ाई लड़ी है तो मुसलमानों ने भी लड़ाई लड़ी है। इसलिए सभी शहीदों के सम्मान में इस देश को एक रहना चाहिए। इसको जाति धर्म और पार्टी से ऊपर रखना चाहिए क्योंकि देश हम सबका है।
आगे उन्होंने कहा कि, भाजपा जब से सत्ता में आई है दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों का आरक्षण खत्म करने का काम किया है। भारतीय संविधान के अंतर्गत अनुसूचित जाति जनजाति के लिए आरक्षण का अधिकार दिया गया है। पिछड़े वर्गों को भी चिन्हित कर सामाजिक शैक्षणिक पिछड़ेपन के आधार पर आरक्षण का अधिकार दिया गया है, लेकिन जब से भाजपा सरकार में आई है इन सब का आरक्षण एक-एक करके खत्म कर रही है। भाजपा इन्हें शून्य तक पहुंचाने के प्रयास में लगी है।
स्वामी प्रसाद ने कहा कि जब लोगों का वोट लेना होता है तब यही दलित आदिवासी पिछड़े हिंदू हो जाते हैं और जब सत्ता में बैठ जाते हैं तब यही आदिवासी दलित पिछड़े दुश्मन बन जाते हैं। अगर वे सही मायने में हिंदू मानते होते तो इनके आरक्षण पर डकैती नहीं पड़ती। दलितों आदिवासी पिछड़ों को सावधान रहने की जरूरत है, भारतीय जनता पार्टी दुश्मन नंबर एक है जो हमारे आरक्षण को खा रही है।
सपा नेता ने आरक्षण के मुद्दे को लेकर कहा कि, स्वाभाविक रूप से यह आदिवासी बहुल क्षेत्र है। छत्तीसगढ़, झारखंड आदिवासी बहुल क्षेत्र है, अगर उनकी बहुलता को देखकर 76% आरक्षण दिया जा रहा है तो उसका स्वागत है। आगे हेट स्पीच मामले में सपा नेता मौर्य ने कहा कि मैं भी उनके लिए हेट हूं। मुझसे वे नफरत करते हैं इसलिए मेरी हर बात पर एफआईआर होती है। हम सुप्रीम कोर्ट का सम्मान करते हैं कानून पर यकीन करते हैं। पदम विभूषण से सम्मानित व्यास गद्दी पर बैठकर हजारों लोगों के बीच में यह कहना मरे मुलायम कांशीराम प्रेम से बोलो जय श्री राम यह हेट स्पीच नहीं है तो क्या है। स्वामी प्रसाद मौर्य अगर यही कहे तो 100 एफआईआर हो जाते हैं, लेकिन रामभद्राचार्य ने कहा है तो वह ऊंची जात के हैं, इसलिए उनके खिलाफ एक भी एफआईआर नहीं की जाती।